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'उलाला' से नहीं लगेगी गुलाबी सुंडी, UPL करेगा कपास किसानों की मदद

यूपीएल लिमिटेड ने कपास के कीटों से निपटने की दिशा में कपास किसानों को शिक्षित करने के लिए कदम उठाए हैं. इस पहल का उद्देश्य किसानों को कपास के कीटों को खत्म करने की तकनीक से लैस करना है.

रुक्मणी चौरसिया
Cotton Pest Management
Cotton Pest Management

सस्टेनेबल कृषि उत्पादों और समाधानों के वैश्विक प्रदाता यूपीएल लिमिटेड (UPL Limited) ने हरियाणा के सिरसा में कपास जैसी फसलों में कीट प्रबंधन की तकनीकों (Cotton Crop Pest Management Techniques) पर किसानों को शिक्षित करने की दिशा में पहल की है.

कंपनी के विजन ‘किसान सबसे पहले’ (Farmer First) को ध्यान में रखते हुए इस पहल का उद्देश्य किसानों को विभिन्न ऐसी तकनीकों पर शिक्षित करना थाजिनका उपयोग कपास की फसल (Cotton Crop) में कीटों से छुटकारा पाने और अतिरिक्त आय उत्पन्न करने के लिए किया जा सकता है.

कपास की खेती में कीट को रोकें (How to Stop Cotton Farming Pest)

इसमें कोई शक नहीं कि कपास के कीट जैसे चूसने वाले कीड़े और पिंक बॉलवर्म (Pink Bollworm) ने फसल पर कहर बरपाया है जिसने कपास की उपज और किसानों की आय को प्रभावित किया है. यूपीएल के उत्पाद ‘उलाला’ (Ulala) ने कपास को चूसने वाले कीटों का प्रबंधन करने और किसानों को उत्पादन और अधिक कमाई करने में मदद करने की दिशा में सफलता हासिल की है.

कपास में उलाला का कमाल (Ulala for Cotton)

किसानों ने ‘उलाला’ का दो दौर का उपयोग करने के बाद विभिन्न फसलों में लगभग 4500-11000 रुपए प्रति एकड़ की अतिरिक्त आय अर्जित की है. इस तरह ‘उलाला’ हर साल कपास की खेती का एक जरुरी हिस्सा बन गया है. इसकी कम खुराकचूसने वाले कीटों का उत्कृष्ट नियंत्रणअनुकूल लागत लाभ अनुपात और किसानों और पर्यावरण के लिए उच्च सुरक्षा के कारण यह प्रोडक्ट चूसक कीट से छुटकारा पाने का पसंदीदा समाधान बन गया है.

किसानों को मिला प्रोत्साहन (Farmer Benefits)

इसके अतिरिक्तकिसानों के साथ अपने जुड़ाव को और मजबूत करने और उनके मनोबल को बढ़ाने के लिए इस पहल के तहत कंपनी ने एक लकी ड्रॉ (Lucky Draw) भी आयोजित किया था. बता दें कि लकी ड्रॉ में किसानों को ट्रैक्टरबाइक आदि उपहारों से सम्मानित किया गया था.

यूपीएल लिमिटेड के रीजनल डायरेक्टरआशीष डोभाल ने कहा कि ‘‘किसान हमारे प्राथमिक हितधारक हैंऔर हम यूपीएल में उनकी भलाई और आर्थिक सफलता के लिए प्रतिबद्ध हैं. किसानों के साथ चल रही बातचीत के माध्यम सेहम उन्हें अपनी वित्तीय स्थिति में सुधार के लिए आवश्यक जानकारी और समाधान प्रदान करने की उम्मीद करते हैं. उदाहरण के लिए, ‘उलाला’ ने कीटों से छुटकारा पाकर कपास उत्पादकों को अधिक आय अर्जित करने में मदद की है. हमें यकीन है कि यह उत्पाद विभिन्न फसलों के लिए कीट प्रबंधन में क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है.’’

सिरसा के एक किसान भरत सिंह ने कहा कि ‘‘मैं 10 एकड़ जमीन पर कपास उगाता हूं और हमें लगातार उन कीटों से निपटना पड़ता हैजो फसल को नष्ट कर देते हैंखासकर पिंक बॉलवर्म और चूसने वाले कीट. हम चूसने वाले कीटों के प्रबंधन पर यूपीएल द्वारा दी गई जानकारी का उपयोग करने की तैयारी कर रहे हैं. किसान कनेक्ट गतिविधि और लकी ड्रॉ के माध्यम से हमें दिए गए उपहारों के लिए मैं यूपीएल का आभारी हूं.’’

यूपीएल कंपनी की जानकारी (About UPL Limited)

यूपीएल लिमिटेड स्थायी कृषि उत्पादों और समाधानों का वैश्विक प्रदाता हैजिसका वार्षिक राजस्व 5 डॉलर बिलियन से अधिक है. OpenAg™ के माध्यम से, UPL संपूर्ण कृषि मूल्य श्रृंखला के लिए प्रगति को सुगम बनाने पर केंद्रित है. यह एक ऐसे नेटवर्क का निर्माण कर रहे हैं जो पूरे उद्योग के सोचने और काम करने के तरीके को फिर से परिभाषित करता है जिसमें नए तरीकों और नए विचारों का मौका है क्योंकि यह हर एक खाद्य उत्पाद को अधिक टिकाऊ बनाने के अपने मिशन की दिशा में प्रयास करते हैं.

दुनिया भर में सबसे बड़ी कृषि समाधान कंपनियों में से एक के रूप मेंयूपीएल मजबूत पोर्टफोलियो में 13,600 से अधिक पंजीकरण के साथ जैविक और पारंपरिक फसल सुरक्षा समाधान शामिल हैं. यह 130 से अधिक देशों में मौजूद हैं और विश्व स्तर पर 10,000 से अधिक सहयोगियों द्वारा प्रतिनिधित्व किया जाता है. साथ ही भौतिक और डिजिटल सेवाओं सहित खाद्य मूल्य श्रृंखला में समाधानों के इनके एकीकृत पोर्टफोलियो के बारे में अधिक जानकारी के लिए कृपया upl-ltd.com पर जाएं या आप इन्हें लिंक्डइनट्विटरइंस्टाग्राम और फेसबुक पर फॉलो कर सकते हैं.

अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें

राधिका अरोड़ाहेड ऑफ इन्वेस्टर रिलेशंस

राधिका.arora@upl-ltd.com

विज्ञापनदाता पीआर:

कपिल कुलकर्णी - 9820203787फरहाद अली - 9022351286

English Summary: Ulala will not attract pink caterpillar, UPL will help cotton farmers Published on: 12 July 2022, 09:29 AM IST

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