पंतनगर विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित धान की दो नई उन्नत किस्में पंत धान 22 और पंत धान 28 को उत्तराखण्ड राज्य प्रजाति विमोचन समिति द्वारा उत्तराखण्ड के लिए विमोचित किया गया है. पंत धान 22 की पैदावार लगभग 50 कुंतल प्रति हैक्टर है.
यह किस्म मध्यम अवधि की है जो 120-126 दिन में पक कर तैयार हो जाती है. इसके पौधों की ऊंचाई 90-95 से.मी. है और एक पौधे से 8-10 कल्ले निकलते हैं. इस किस्म के दानें का आकार मध्यम बड़ा होता है और यह किस्म झौंका रोग और तना बेधक कीट के प्रति मध्यम अवरोधी है.
पंत धान 28 किस्म के पौधे की लम्बाई 115-120 से.मी. होती है जिसमें 8-10 कल्ले निकलते है. इस किस्म के दानें का आकार लम्बा और पतला होता है और इसकी उपज लगभग 57 कि.ग्रा. प्रति हैक्टर प्राप्त होती है. यह किस्म भी झौंका रोग और तना वेधक कीट के प्रति मध्यम अवरोधी है
धान प्रजनक, डा. सुरेन्द्र सिंह ने बताया कि ये दोनों प्रजातियां प्रदेश के सिंचित क्षेत्रों यथा, ऊधमसिंह नगर, नैनीताल, हरिद्वार व देहरादून जिलों में रोपाई के लिए अनुमोदित की गयी हैं. उन्होंने यह भी बताया कि इन दोनों किस्मों की नर्सरी मई माह के अंतिम सप्ताह से 15 जून तक डाली जा सकती है और इसके लिए 30-32 कि.ग्रा. प्रति हैक्टर की दर से बीज की आवश्यकता होती है.
उन्होंने यह भी बताया कि किसान पंत धान 28 का अच्छा मूल्य प्राप्त कर सकते हैं. डा. सिंह के अनुसार इन किस्मों के बीज पंतनगर विश्वविद्यालय द्वारा विकसित किये जा रहे हैं, जो जल्द ही किसानों को उपलब्ध होंगे.
Share your comments