Cultivation of Medicinal Plants: देश के किसान अधिक लाभ कमाने के लिए अपने खेत में विभिन्न तरह की फसलों को लगाते हैं. इसी क्रम में अब किसान औषधीय पौधों की खेती की तरफ अपना रुख दिखा रहे हैं. इसके लिए सरकार की तरफ से भी सहयोग किया जा रहा है. दरअसल, उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में तीन दिवसीय औषधीय और सुगंधित पौधों का ट्रेनिग किसानों को दिया जा रहा है. इसमें किसानों को कई तरह की बेहतरीन विधियों व नई-नई तकनीकों के बारे में विस्तार से बताया जा रहा है. ताकि किसान अपने खेत में औषधीय पौधे की खेती कर अधिक से अधिक मुनाफा प्राप्त कर सकें. बता दें कि यह परीक्षण वैज्ञानिकों की तकनीकों के द्वारा दिया जा रहा है.
यह प्रशिक्षण उत्तर प्रदेश के झांसी जिला में रानी लक्ष्मी बाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय/ Rani Lakshmi Bai Central Agricultural University के वैज्ञानिकों के द्वारा चलाया जा रहा है. ऐसे में आइए इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के बारे में जानते हैं-
औषधीय और सुगंधित पौधे प्रशिक्षण कार्यक्रम में वैज्ञानिक तरीके सिखाये जाएंगे
यूपी के तीन दिवसीय औषधीय और सुगंधित पौधे प्रशिक्षण कार्यक्रम में किसानों को वैज्ञानिक तरीके से खेती/ Farming Scientifically करने के बारे में सिखाया जाएगा और साथ ही उन्हें औषधीय पौधे की उन्नत किस्मों की भी जानकारी दी जाएगी.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, डॉ. पंकज लवानिया, डॉ. विनोद कुमार, डॉ. एएस काले, डॉ. प्रभात तिवारी, डॉ. गरिमा गुप्ता, डॉ पवन कुमार ने कहा कि किसानों को परंपरागत फसलों के साथ-साथ औषधीय पौधों की खेती के महत्व पर भी अधिक जोर देना चाहिए. इसके अलावा, उन्होंने कहा कि औषधीय खेती आधारित लघु उद्योग किसानों की आय में बढ़ोतरी का सबसे अच्छा विकल्प है. ये ही नहीं औषधीय खेती से किसानों की आर्थिक स्थिति में भी सुधार किया जा सकता है.
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ट्रेनिग में शामिल हुए भारी संख्या में किसान
यूपी के झांसी में आयोजित तीन दिवसीय औषधीय और सुगंधित पौधे प्रशिक्षण कार्यक्रम में भारी संख्या में किसानों ने भाग लिया और साथ ही इस कार्यक्रम में बुजुर्ग, नवयुक, महिलाएं और गांव में पढ़ने वाले बच्चों को भी शामिल किया गया. ताकि वह भी औषधीय और सुगंधित पौधे प्रशिक्षण के बारे में जानकर इसकी खेती के प्रति प्रोत्साहित हो सकें.
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