जम्मू -कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में भारी आक्रोश का माहौल है. इस हमले में भारत के 40 जवान शहीद हो गए थे. पूरे देश के लोगों में आतंकवाद और पाकिस्तान के खिलाफ गुस्से का माहौल है. इसीलिए इसी बात का समर्थन करते हुए मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले में किसानों ने इस हमले के विरोध में अपनी टमाटर की उपज पाकिस्तान को निर्यात न करने का फैसला किया है. अगर आकड़ों की बात करें तो कुल 5 हजार ऐसे किसान हैं जो इस तरह के टमाटर की उपज का कार्य कर रहे है. इस संबंध में किसान रवींद्र पाटीदार ने कहा है कि हम लोग किसान हैं जो टमाटर उगाने का कार्य करते है. हम यहां से पाकिस्तान को भी टमाटर निर्यात करते है. वे हमारा ही खाना खाकर हमारे ही सैनिको को मार रहे हैं. किसानों का कहना है कि हम चाहते हैं कि पाकिस्तान अब तबाह हो जाए. किसानों का कहना है कि वह अन्य किसी देश को भी पाकिस्तान को टमाटर नहीं भेजने देंगे.
पाक को सबक सिखायेंगे
टमाटर को बेचने वाले किसान बसंतीलाल पाटीदार ने कहा है कि हमें निर्यात को लेकर किसी भी तरह की कोई चिंता नहीं है. उन्होंने कहा है कि अगर कोई सैनिक ही नहीं होंगे तो देश कैसे बेचेगा. किसानों का कहना है कि वहां पर टमाटर भेजकर मुनाफा है लेकिन इस बार वह पाकिस्तान को सबक सिखायेंगे.
सीएम ने की किसानों के फैसले की तारीफ
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने किसानों के फैसले की जमकर तारीफ की है. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए कहा है कि पुलवामा हादसे के बाद झाबुआ जिले में किसान भाईयों द्वारा अपने मुनाफे की परवाह न करके पाकिस्तान को टमाटर न भेजने के निर्णय के फैसले को मैं सलाम करता हूं. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हर देशवासी को किसानों से इस तरह की प्रेरणा लेनी चाहिए. इस फैसले पर मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी खुशी जाहिर की और कहा है कि किसानों के इस फैसले से उनका सीना गर्व से चौड़ा हो गया है. साथ ही उनहोंने आगे लिखा- जय जवान जय किसान.
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