अमेरिका और जापान ने विश्व व्यापार संगठन में भारत के निर्यात पॉलिसी को लेकर सवाल उठाया है. इन दोनों देशों ने पूछा है कि आखिर वजह क्या है जो भारत आए दिन प्याज के निर्यात पर रोक लगा देता है. इस बारे में उन देशों को पहले से कोई सूचना भी नहीं दी जाती, जो भारत से प्याज मंगाते हैं. विदेशी चिंता के बीच देश के किसान और व्यापारी भी सरकार से मांग कर रहे हैं कि प्याज के निर्यात पर पाबंदी लगाने के बदले सरकार कोई आयात-निर्यात की मुकम्मल पॉलिसी लेकर आए.
किसानों की फसलों का पूरा ब्यौरा रखेगी सरकार
1हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अधिकारियों को ‘मेरी फसल, मेरा ब्यौरा’ पोर्टल पर प्राथमिकता के आधार पर राज्य की शत प्रतिशत जमीन का रजिस्ट्रेशन करवाने के आदेश दिए हैं. इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा है कि जिला उपायुक्त यह भी सुनिश्चित करें कि प्रत्येक एकड़ भूमि की मैपिंग करवाई जाए और इस कार्य में लगे कर्मचारियों का प्रशिक्षण जल्द से जल्द हो. साथ ही उन्होंने जीरो एरर एप्रोच के साथ खेतों का भौतिक सत्यापन भी करने के निर्देश दिए हैं.
बागवानी फसलों की पैदावार में हुई रिकॉर्ड वृद्धि
कृषि मंत्रालय की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में इस बार सबसे अधिक बागवानी फसलों का उत्पादन हुआ है और यह बढ़कर रिकॉर्ड 330 मिलियन टन के आंकड़ों तक पहुंच गया है. बता दें देश में इससे पहले कभी इतना बागवानी फसलों का उत्पादन नहीं हुआ था.
50 हजार किसानों को FPO से जोड़ेगा इफको
इफको किसान संचार लिमिटेड, नाबार्ड और NCDC के सहयोग से गुजरात में 17 FPO स्थापित कर रही है. इफको किसान ने एक बयान में कहा कि इस साल के अंत तक कुल 5,000 किसान इन FPO से जुड़ेंगे और साल 2025 तक 50,000 से अधिक किसान इससे जुड़ जाएंगे. जानकारी के अनुसार ये FPO, नाबार्ड और राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम के सहयोग से स्थापित किए जा रहे हैं.
राष्ट्रीय कृषि बाजार से जुड़ेंगी 1000 मंडियां
किसानों की इनकम डबल करने के मकसद से मोदी सरकार राष्ट्रीय कृषि बाजार (e-Nam) से देश की 1000 मंडियों को जोड़ने की तैयारी में जुट गई है. ऑनलाइन मंडी यानी ई-नाम प्लेटफार्म पर रजिस्टर्ड 1.73 करोड़ किसान, व्यापारी और FPO जुड़े हुए हैं. ये लोग घर बैठे देश की एक हजार मंडियों में ट्रेडिंग कर रहे हैं. कृषि मंत्रालय के अनुसार ई-नाम एक इलेक्ट्रॉनिक कृषि पोर्टल है जो एग्रीकल्चर प्रोड्यूस मार्केट कमेटी को एक नेटवर्क में जोड़ने का काम करता है.
APEDA और BEDF द्वारा होगा किसान जागरूकता कार्यक्रम
APEDA और राइस एक्सपोर्ट एसोसिएशन, उत्तर प्रदेश ने बासमती एक्सपोर्ट डेवलपमेंट फाउंडेशन के साथ मिलकर 7 राज्यों में किसान जागरूकता कार्यक्रम करने का निर्णय लिया है. जिसमें किसानों को उचित कृषि पद्धतियां अपनाकर बासमती धान की खेती के लिए प्रेरित किया जाएगा. बता दें पहला प्रोग्राम 16 जुलाई को उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर में होने जा रहा है.
नैनो यूरिया की वजह से यूरिया का उपयोग होगा कम
उत्तराखंड के कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि तरल नैनो यूरिया का उत्पादन उत्तराखंड में कृषि के लिए वरदान साबित होगा. इस उत्पाद के आने से यूरिया का उपयोग कम होगा और यूरिया उर्वरक पर दी जाने वाले सब्सिडी में बचत होगी. बता दें तरल नैनो यूरिया फसल उत्पादकता बढ़ाता है और पारंपरिक यूरिया की आवश्यकता को कम करता है.
17 जुलाई को आयोजित होगा FTB प्रोग्राम
‘कृषि जागरण’ सोशल प्लेटफॉर्म के जरिए किसानों की बातें, समस्यांए, समाधान और सफलताओं को पहुंचाने के लिए कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन करता है. इन्ही में से एक है "फार्मर दा ब्रांड" प्रोग्राम है. जो 17 जुलाई को कृषि जागरण' के Facebook State Pages पर लाइव किया जाएगा, जिसमें कई प्रगतिशील किसान शामिल होंगे.
यूपी और दिल्ली में होगी तेज बारिश
उत्तर भारत में मानसून की दस्तक के साथ ही गर्मी से राहत मिलनी शुरू हो गई है. मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 4 से 5 दिन में दिल्ली, उत्तर प्रदेश समेत हिमाचल और उत्तराखंड में बारिश हो सकती है. वहीं मौसम विभाग ने राजस्थान और जम्मूर-कश्मीर में ऑरेंज अलर्ट, जबकि हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के लिए येलो अलर्ट जारी किया है.
Share your comments