देश के किसानों और कृषि के गहराते संकट को देखते हुए माकपा के किसान संगठन, एआईकेएस के द्वारा 9 अगस्त को पूरे देश में जेल भरो का आह्वान किया. 'भारत छोड़ो दिवस' के दिन यह आयोजन करते हुए एआईकएस ने कहा कि हमें इस आंदोलन में कई लोगों का समर्थन प्राप्त हो रहा है. दिल्ली के जंतर मंतर पर हो रहे आंदोलन में शामिल लोगों का कहना था की मौजूदा सरकार किसानों के फायदे के लिए कुछ नहीं कर रही है. खरीफ सीजन के लिए लागू की गई न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के बारे में उन्होंने बता या की सरकार ने इसे स्वामीनाथन की रिपोर्ट के अनुसार लागू नहीं किया है और इसलिए हम सरकार को दिखाना चाहते हैं की देश के किसान एकजुट हैं.
इसके अलावा माकपा के मजदूर संगठन सीटू भी इस आंदोलन का समर्थन करती दिखीं. उन्होंने कहा कि पूरे देश में किसान आज इस आंदोलन का समर्थन कर रहे हैं. एआईकेएस के महासचिव हनान मुल्ला ने कहा, "आज मोदी सरकार के नितियों के ख़िलाफ़ पूरे देश में 400 जिलों के 20 लाख किसान गिरफ्तारी दे रहे हैं. हमारी मांग है की स्वामीनाथ आयोग की रिपोर्ट के अनुसार सी2+ 50 लागत, कर्जमाफी, पांच हजार रुपए पेंशन, राशन व्यवस्था मजबूत हो मनरेगा की मजदूरी नितियों में बदलाव करे ताकी किसानों को देश में फायदा हो सके".
बता दें की सरकार के द्वारा एमएसपी लागू करने के बाद से देश में कई किसान संगठन इसका लगातार विरोध कर रहे हैं. उनका मानना है की सरकार ने किसानों के साथ धोखा किया है और किसानों को उनका हक मिलना चाहिए.
जिम्मी
पत्रकार (कृषि जागरण)
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