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देश में ओलावृष्टी किसानों के लिए एक काफी बड़ी समस्या मानी जाती है. हर साल किसानों के कई एकड़ फसल ओलावृष्टि से नष्ट हो जाता है और जिसके कारण किसानों को काफी नुकसान का सामना करना पड़ता है. हर साल कि तरह पिछले साल 2019-20 में भी खराब मौसम और ओलावृष्टि के कारण किसानों की कई एकड़ की फसलें नष्ट हो गई थीं. किसानों के फसलों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए अलग-अलग राज्यों के द्वारा योजना के तहत मुआवजे की राशि का वितरण किया जा रहा है. वहीं जिन किसानों ने अपने फसलों का बीमा करवाया था उन्हें प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत मुआवजा दिया जा रहा है. इस क्रम में हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण तथा पशुपालन मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि राज्य में फसलों के भरपाई के लिए 30.39 करोड़ रुपये की मुआवजा राशि जारी की गई है.
उन्होंने कहा कि अक्टूबर 2019-20 के खरीफ और रबी फसलों के खराब हुए फसलों के लिए 30 करोड़ 39 लाख 75 हजार रुपए से अधिक की राशि जारी की गई है. ओलावृष्टि से किसानों की गेहूं, सरसों आदि की फसलों को काफी नुकसान हुआ था. राज्य सरकार द्वारा प्रभावित फसलों की स्पेशल गिरदावरी करवाई गई थी जिसके आधार पर यह मुआवजा राशि जारी की गई है. मंत्री जेपी दलाल ने जानकारी देते हुए कहा कि कई जिले के किसानों को मुआवजे की राशी जारी की गई है जिसमें भिवानी जिले में 14 करोड़ 66 लाख 40 हजार रुपए, रोहतक जिले में 7 करोड़ 28 लाख 49 हजार, महेंद्रगढ़ जिले के लिए 7 करोड़ 56 लाख 18 हजार तथा यमुनानगर जिले के लिए 88 लाख 67 हजार रुपए की राशि शामिल है. मंत्री ने बताया कि भिवानी जिले के विभिन्न गांवों के किसानों की 6235 एकड़ की खड़ी फसलें प्रभावित हुंई थी.
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बता दें कि किसानों की फसलों को बाढ़, आंधी, ओले और तेज बारिश से काफी नुकसान होता है और उन्हें ऐसे संकट से राहत देने के लिए केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) शुरू की है. इसे 13 जनवरी 2016 को शुरू किया गया था.
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