जैसा कि आपको मालूम है कि राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड (Rajasthan KaramchariChayan Board) ने पटवारी (Patwari) पद के 4 हजार से अधिक बंपर भर्तियां निकाली हैं. अब तक शायद आपने इस परीक्षा का पूरा पाठ्यक्रम भी देख लिया होगा. 6 चरणों में होनी वाली इस परीक्षा में ग्रामीण तबके के छात्र सबसे अधिक बैठेंगें.
क्योंकि परीक्षा के दिन नजदीक आ गए हैं, ऐसे में तनाव का होना स्वभाविक है, लेकिन तनाव आपकी अच्छी तैयारी को खराब कर सकता है. इसलिए आपको इस परीक्षा की तैयारीकुछ बातों का ध्यान रखते हुए करनी है. चलिए इस लेख के माध्यम से हम आपको बताते हैं, कि कैसे आप तनाव से दूर रहते हुए आसान से टिप्स के सहारे परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं.
पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र
आपको अगर अच्छे अंक प्राप्त करने हैं, तो सबसे जरूरी है कि आप पिछले कुछ वर्षों में आयोजित हुई परीक्षाओं के प्रश्न पत्रों का अध्ययन करना शुरू कर दें. ऐसा करने से आप परीक्षा का स्तर को समझ पाएंगें. वैसे ये बात भी सत्य है कि पूर्व में पूछे गए अधिकांश प्रश्न दोबारा पूछे जाते हैं.
समय सारणी बनाए
किसी भी परीक्षा को पास करने के लिए एक योजना का होना जरूरी है. तैयारी के लिए सबसे पहले एक समय सारणी का निर्माण करें. जो विषय कमजोर हैं, उसको अधिक समय दें, लेकिन सरल विषयों को भी हल्के में न लें.
इंटरनेट का प्रयोग (Use of Internet)
परीक्षाओं (Examination) के समय अक्सर छात्र इंटरनेट से दूर हो जाते हैं, जबकि आप इसका अच्छा उपयोग कर सकते हैं. आज के समय में इंटरनेट आपका सबसे अच्छा दोस्त है. अनेक जगहों पर ऑनलाइन मॉक टेस्ट आयोजित कराए जाते हैं, जिनमें सम्मिलित होकर आप अपनी तैयरी कर सकते हैं. आप अगर यूट्यूब पर जाएंगें, तो पाएंगें कि अनेक चैनल वहां फ्री में ऑनलाइन कोचिंग प्रदान करते हैं. इस तरह आप वहां से भी पढ़ाई कर सकते हैं.
पर्याप्त नींद (Enough Sleep)
अक्सर परीक्षा का दबाव इतना बढ़ जाता है कि बच्चे पर्याप्त नींद लेना ही भूल जाते हैं. वो देर-देर रात तक पढ़ाई में लगे रहते हैं. जोश का होना अच्छा है, लेकिन अपनी सेहत पर ध्यान देना भी जरूरी है. लगातार तैयारी करते रहने से वैसे भी आपका दिमाग प्रभावित होता है और शरीर सुस्ती महसूस करता है. जबकि आराम के बाद कार्यक्षमता बढ़ जाती है. आप परीक्षा की तैयारी अच्छे से करें, इसके लिए जरूरी है कि आप दिमाग और शरीर को पर्याप्त आराम भी दें.
शारीरिक व्यायाम (Physical exercise)
परीक्षाओं के दौरान बच्चे सुबह की सैर, योगा या फिर किसी भी तरह की शारीरिक हरकत बंद कर देते हैं. व्यायाम के अभाव में मानसिक स्वास्थ्य पर दबाव पड़ता है, और शरीर की चुस्ती चली जाती है. मानसिक सेहत को दुरुस्थ रखने के लिए बहुत जरूरी है कि आप हर दिन थोड़ा बहुत सुबह की सैर, योग या व्यायाम जरूर करें.
अधिक जानकारी के लिए इस लिंक (Link) पर जाएं
इस परीक्षा की तिथि, एडमिट कार्ड एवं अन्य सभी तरह की जरूरी जानकारी के लिए आप कृषि जागरण के इस लिंक पर जा सकते हैं.
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