गन्ना एक ऐसी फसल है जिसकी बुवाई साल में दो बार होती है. पहली बुवाई अक्टूबर से नवंबर महीने में और दूसरी बुवाई मार्च से अप्रैल महीने में होती है. इस फसल की कटाई नवंबर से लेकर अप्रैल के पहले सप्ताह तक चलती है. बता दें गन्ने की कटाई के लिए किसान चीनी मिलों से मिलने वाली पर्ची का इंतज़ार करते हैं और चीनी मिल से किसानों के गन्ना कटाई की पर्ची मिल जाती है तो किसान फसल की कटाई शुरू कर देते हैं.
बता दें, पूरे देश को इस समय लॉकडाउन कर दिया गया है. अब सवाल ये उठता है कि इस समय किसान कैसे गन्ने और अन्य फसलों को काटेंगे. क्या सरकार लॉकडाउन के समय किसानों को फसल कटाने की अनुमति देगी, इस बात का जवाब में बिजनौर जिला गन्ना अधिकारी यशपाल सिंह बताते हैं कि अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने प्रदेश की शुगर मिल और डिस्टलरीज़ में कुछ निर्देश दिए हैं उन्होंने कहा लॉकडाउन स्थित में किसान अपने खेत में गन्ना कटाई के लिए खेत में जा सकेंगे और काटी हुई फसल को चीनी मिल तक ला भी सकेंगे. डीसीओ यशपाल सिंह ने बताया कि डीएम बिजनौर ने भी आदेश जारी कर दिए हैं कि गन्ने की कटाई के लिए श्रमिकों और किसानों के खेतों पर जाने ओर गन्ना चीनी मिल व सभी सेंटर पर लाने के लिए छूट रहेगी.
जिला गन्ना अधिकारी यशपाल सिंह ने कहा कि किसान केवल गन्ना और अन्य फसल की कटाई के लिए खेत में जाएंगे. इसके अलावा उन्हें भी इधर-उधर टहलने की इजाज़त नहीं है. ये किसानों को छूट इसलिए मिली है कि फसल कटाई के दौरान खेतों में ज्यादा भीड़ नहीं होती है. उन्होंने कहा कि जब किसान अपनी फसल (गन्ने ) को मिल पर लाएं तो समय-समय पर अपना हाथ साबुन अथवा सैनेटाइज़र से धोते रहें. किसानों के लिए साबुन अथवा सैनेटाइज़र की व्यवस्था मिल प्रशासन द्वारा की गई है
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