टमाटर के बाद प्याज के दाम भी तेजी से बढ़ रहे हैं। बीते 10 दिन के दौरान मंडियों में प्याज के भाव तीन गुना तक बढ़ चुके हैं। मुख्य उत्पादक राज्य महाराष्ट्र की लासलगांव मंडी में प्याज के दाम 26 रुपए प्रति किलो के पार चले गए। प्याज के दाम बढऩे की वजह बीते वर्ष व इस साल कम दाम मिलने से उत्पादन घटने का खटका और बरसात से आपूर्ति कम होना है। बीते 10 दिन के दौरान लासलगांव मंडी में प्याज की कीमत 300-796 रुपए से बढ़कर 800-2631 रुपए, बेंगलूरु में कीमत 700-1100 रुपए से बढ़कर 1500-2600 रुपए और दिल्ली की आजादपुर मंडी में 375-1175 रुपए से बढ़कर 600-2500 रुपए प्रति क्विंटल हो चुकी है।
महाराष्ट्र में बारिश से मंडियों में प्याज की आपूर्ति कम हो रही है। साथ ही इस साल खरीफ में प्याज कम लगा है जिससे उत्पादन घटने की आशंका है। लिहाजा मंडियों में प्याज के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं। दक्षिण भारत में प्याज की नई फसल 20 दिन देर से आएगी और पिछले साल किसानों को दाम न मिलने से उन्होंने इसकी खेती कम की है। ऐसे में उत्पादन घटने के अनुमान से प्याज महंगा हुआ है। मध्य प्रदेश में भी सरकार ने किसानों से सस्ता प्याज खरीदा।
इससे मंडियों में प्याज की आपूर्ति घटी है। लिहाजा इस माह इसमें और तेजी के आसार बन रहे हैं। राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान के पूर्व निदेशक पी के गुप्ता के मुताबिक इस खरीफ सीजन 2017-18 में खासकर कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में प्याज की खेती का क्षेत्र 30-40 फीसदी कम हो गया है क्योंकि कम और देर से वर्षा होने के साथ बुआई के दौरान कम दाम रहने से किसानों ने प्याज कम लगाया।
10 दिनों में प्याज के दाम 7वें आसमान पर
टमाटर के बाद प्याज के दाम भी तेजी से बढ़ रहे हैं। बीते 10 दिन के दौरान मंडियों में प्याज के भाव तीन गुना तक बढ़ चुके हैं। मुख्य उत्पादक राज्य महाराष्ट्र की लासलगांव मंडी में प्याज के दाम 26 रुपए प्रति किलो के पार चले गए। प्याज के दाम बढऩे की वजह बीते वर्ष व इस साल कम दाम मिलने से उत्पादन घटने का खटका और बरसात से आपूर्ति कम होना है। बीते 10 दिन के दौरान लासलगांव मंडी में प्याज की कीमत 300-796 रुपए से बढ़कर 800-2631 रुपए, बेंगलूरु में कीमत 700-1100 रुपए से बढ़कर 1500-2600 रुपए और दिल्ली की आजादपुर मंडी में 375-1175 रुपए से बढ़कर 600-2500 रुपए प्रति क्विंटल हो चुकी है।
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