संसद में पेश किए गए बजट प्रस्तावों में जल संसाधन मंत्रालय के बजट परिव्यय में 11 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि की गई है। चालू वित्त वर्ष के 6201 करोड़ रुपये की तुलना में आगामी वित्त वर्ष के लिए 6887 करोड़ रुपये का बजट आवंटन किया गया है। नमामि गंगे कार्यक्रम का बजट आवंटन भी चालू वित्त वर्ष के 2150 करोड़ रुपये से बढ़ा कर आगामी वित्त वर्ष में 2250 करोड़ रुपये किया गया है। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (पीएमकेएसवाई) के हिस्से के रूप में नाबार्ड में स्थापित दीर्घावधि सिंचाई निधि (एलटीआईएफ) की राशि 20000 करोड़ रुपये से बढ़ा कर 40000 करोड़ रुपये कर दी गई है। सरकार ने इस निधि में 2016-17 में 12,517 करोड़ रुपये का बजटीय प्रावधान किया था।
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