बुंदेलखंड के झांसी में इन दिनों चल रहा स्ट्रॉबेरी फेस्टिवल अपने शबाब पर है. भीषण ठंड और पाले के बाद भी यहां लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा है. 17 जनवरी से चल रहे इस आयोजन में अब उत्तर प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, बिहार और अन्य राज्यों से भी किसान आने लगे हैं. इस आयोजन में स्ट्रॉबेरी की अलग-अलग प्रजातियां लाई गई है, जिसकी जानकारी मुफ्त में दी जा रही है.
150 से अधिक पकवानों का प्रदर्शन
गौरतलब है कि 17 जनवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा शुरू किया गया यह महोत्सव 16 फरवरी तक चलेगा, जिसमें भारत के अलग-अलग जगहों से किसान आएंगें. इस आयोजन में स्टॉबेरी से बनी 150 से अधिक स्वादिष्ट पकवानों का प्रर्दशन होगा.
नए काम धंधों की जानकारी
इसके साथ ही किसानों को स्टॉबेरी से जुड़े नए काम, धंधे, व्यापार और स्टार्टअप्स के बारे में बताया जाएगा. वैसे आपको बता दें कि झांसी में उगने वाली स्ट्रॉबेरी की मिठास सांसदों तक भी पहुंच रही है. इसकी तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विशेष ध्यान दे रहे हैं. कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक भी प्रदेश के झांसी में किसानों द्वारा ऐसी फसलों के उगाए जाने के बाद इस तरह की धारणा टूटी है कि खराब जलवायु और मिट्टी में स्ट्रॉबेरी जैसे फलों की खेती नहीं हो सकती.
क्यों बढ़ रही मांग
आपको बता दें कि बुंदेलखंड के झांसी में किसानों की स्ट्रॉबेरी की मांग बहुत तेजी से बढ़ रही है. इसका एक कारण है कि यहां के किसान न सिर्फ स्ट्रॉबेरी उगा रहे हैं, बल्कि उसकी मार्केटिंग भी कर रहे हैं. इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि यहां के किसान इस फल की अच्छे से पैकेजिंग कर डब्बे पर स्ट्रॉबेरी के फायदें भी बता रहे हैं. स्ट्रॉबेरी के डब्बों पर ब्रांण्ड का नाम, भार, गुण और पोषक तत्वों जैसे- मैग्नीज, विटामिन सी, पोटैशियम और विटामिन बी9 के बारे में बताया गया होता है.
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