
भारत में जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए कई तरह के अवसरों की तलाश की जा रही है. सरकार भी कई तरह की योजनाएं चला कर किसानों को जैविक खेती के लिए जागरुक कर रहे हैं. वहीं कई राज्यों ने इसपर तेज़ी से काम करना भी शुरु कर दिया है, जी हां हम बात कर रहे हैं सिक्किम की जिसको संयुक्त राष्ट्रीय के द्वारा पूरी तरह से जैविक के रूप में पहचान मिली है. जिससे वह भारत का पहला जैविक कृषि राज्य बन गया और उसे 12 अक्टूबर को पुरस्कृत किया गया. इससे हज़ारों किसानों की सहायता और पर्यटन को आगे बढ़ाया गया है.

उन्होंने रासायनिक खादों और कीटनाशकों से निजात पाने का सोचा और प्राकृतिक चीज़ों का उपयोग किया जिससे इन्हें काफी सफलता मिली और उन्होंने जैविक खेती शुरू कर दी. जिसके बाद उन्हें वर्ष 2016 में पूरी तरह जैविक राज्य के रुप में घोषित कर दिया गया. जिस के बाद वहां 2014 और 2017 में पर्यटन की संख्या में काफी हद तक इज़ाफ़ा देखने को मिला.
एफएओ ने कहा कि सिक्किम को एग्रोकोलॉजी और सस्टेनेबल फूड सिस्टम पर अपनी नीतियों के लिए पुरस्कार के लिए माना जाता था. इसने 25 देशों से 51 नामांकित नीतियों को हराकर स्वर्ण जीता. संयुक्त राष्ट्र् निकाय ने कहा है कि सिक्किम की नीतियों ने 66 हज़ार से अधिक किसानों की मदद की और देश के लिए उदहारण स्थापित किया है.
मनीशा शर्मा, कृषि जागरण
Share your comments