1. Home
  2. ख़बरें

दलहन और तिलहन के प्रमाणित बीज पर मिल रहा 80 प्रतिशत अनुदान, जल्द जानिए आवेदन की प्रक्रिया

रबी सीजन (Rabi Season) में किसान दलहन एवं तिलहन फसलों का उत्पादन कर मुनाफा कमाने का प्रयास करते हैं. इस बीच सरकार भी रबी सीजन की दलहन व तिलहन फसलों की पैदावार बढ़ाने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करती रहती है.

कंचन मौर्य
Seeds
Seeds

रबी सीजन (Rabi Season) में किसान दलहन एवं तिलहन फसलों का उत्पादन कर मुनाफा कमाने का प्रयास करते हैं. इस बीच सरकार भी रबी सीजन की दलहन व तिलहन फसलों की पैदावार बढ़ाने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करती रहती है.

इसी क्रम में बिहार के कृषि मंत्री अमरेन्द्र प्रताप सिंह द्वारा किसानों के लिए एक अहम निर्णय लिया गया है, ताकि रबी वर्ष 2021-22 में दलहन एवं तिलहन का उत्पादन बढ़ाया जा सके.

दरअसल, कृषि विभाग द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही हैं. इसके तहत दलहन और तिलहन की खेती के लिए मिनी किट योजना (Mini Kit Scheme) भी चलाई जा रही है. इस योजना के तहत राज्य में दलहन और तेलहनी फसलों के बीज प्रतिस्थापन दर में वृद्धि करने के साथ-साथ रकबा में भी विस्तार किया जाएगा. बता दें कि रबी सीजन 2021-22 में राज्य योजना के अन्तर्गत मिनीकीट कार्यक्रम को कार्यान्वित करने के ले सरकार की स्वीकृति मिल गई है. तो चलिए आपको बताते हैं कि यह योजना क्या है?

क्या है मिनी किट योजना?  (What is Mini Kit Scheme?)

इस योजना के अन्तर्गत किसानों को दलहनी और तिलहनी फसलों के प्रमाणित बीज 80 प्रतिशत अनुदान पर उपलब्ध कराया जाएंगे. इसके तहत एक किसान को अधिकतम 02 एकड़ क्षेत्र के लिए बीज उपलब्ध कराया जाएगा.

इसके साथ ही चना का 20,690 क्विंवटल प्रमाणित बीज 80 प्रतिशत अनुदानित दर पर वितरित करने का लक्ष्य तय किया गया है. इसके अलावा मसूर, मटर एवं राई/सरसों का प्रमाणित बीज 17,325 क्विंटल, 640 क्विंटल और 2,260 क्विंटल 80 प्रतिशत अनुदान पर दिया जाएगा.

सब्सिडी पर बीज पाने के लिए आवेदन प्रक्रिया  (Application process for getting seeds on subsidy)

इच्छुक किसान बीज प्राप्ति के लिए डीबीटी/बीआरबीएन पोर्टल पर किसी एंड्रॉयड मोबाइल, कम्प्यूटर, कॉमन सर्विस सेंटर, वसुधा केन्द्र और साइबर कैफे के जरिए आवेदन कर सकते हैं.

ये खबर भी पढ़ें: वैज्ञानिकों ने ईजाद की दलहन व तिलहन की 5 नई प्रजातियां

कृषि मंत्री का कहना है कि कृषि विभाग द्वारा विभिन्न योजनाए चलाई जा रही हैं, लेकिन उनके जरिए विगत वर्षों में धान, गेहूं और मक्का के उत्पादन में आशातीत वृद्धि हुई है. मगर यह वृद्धि दलहनी और तिलहनी फसलों के उत्पादन में दर्ज नहीं की जा सकी है. 

इस योजना के जरिए राज्य सरकार प्रयास कर रही है कि किसानों को दलहनी और तिलहनी फसलों के प्रमाणित बीज उपलब्ध हो सकें, ताकि किसानों को अच्छा और ज्यादा उत्पादन मिल सके.

English Summary: seeds of pulses and oilseeds have been 80 percent subsidy Published on: 22 October 2021, 02:37 PM IST

Like this article?

Hey! I am कंचन मौर्य. Did you liked this article and have suggestions to improve this article? Mail me your suggestions and feedback.

Share your comments

हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें. कृषि से संबंधित देशभर की सभी लेटेस्ट ख़बरें मेल पर पढ़ने के लिए हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें.

Subscribe Newsletters

Latest feeds

More News