1. Home
  2. ख़बरें

SBI ने किए अपने नियमों में बड़े बदलाव, करोड़ों ग्राहकों पर पड़ेगा असर

देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई को लेकर ये खबर आ रही है कि अगले माह इस बैंक के नियमों में बड़े बदलाव होने जा रहे है, जिसका असर करोड़ों खाताधारकों पर पड़ेगा. दरअसल स्टटे बैंक ऑफ इंडिया देश का पहला ऐसा बैंक है जो आरबीआई के रेपो रेट के साथ अपने होम लोन के ब्याज दरों में नए बदलाव करेगा.

मनीशा शर्मा
sbi

देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई को लेकर ये खबर आ रही है कि अगले माह इस बैंक के नियमों में बड़े बदलाव होने जा रहे है, जिसका असर करोड़ों खाताधारकों पर पड़ेगा. दरअसल स्टटे बैंक ऑफ इंडिया देश का पहला ऐसा बैंक है जो आरबीआई के रेपो रेट के साथ अपने होम लोन के ब्याज दरों में नए बदलाव करेगा.

स्टेट बैंक की तरफ से यह कहा गया है कि 1 जुलाई के बाद से खाताधारकों को आरबीआई द्वारा तय किए गए रेपो रेट से जुड़े हुए होम लोन ऑफर दिए जाएंगे. जिसमें खाताधारकों को अगले माह से एसबीआई की होम लोन की ब्याज दर पूरी तरह से रेपो रेट पर ही आधारित हो जाएगी. इसका मतलब ये है कि आरबीआई जब भी रेपो रेट में नए बदलाव करेगा तभी एसबीआई के होम लोन की ब्याोज दर भी उसी आधार पर तय होगी.

रेपो रेट में बदलाव (changes in Repo Rate)

आरबीआई इस तरह पहले भी दो बार रेपो रेट में बदलाव कर चूका है.अब फिर इसने तीसरी बार ब्याज दरों में कटौती की है. जिसमें उसने रेपो रेट में 0.25 फीसदी तक कटौती की है. एसबीआई पहला ऐसा बैंक है, जिसने होम लोन की दरों को सीधे आरबीआई द्वारा निर्धारित नीतिगत ब्याज की दरों से जोड़ा दिया है.

खाताधारकों को झटका

1 जुलाई के बाद एसबीआई के खाताधारकों को झटका लग सकता है.अगर आपने अपने पैसे पब्लिक प्रोविडेंट फंड , सुकन्या योजना या फिर किसी नेशनल सेविंग स्कीोम में निवेश कर रखे है तो 1 जुलाई से इसकी ब्याज दर में भारी गिरावट देखने को मिल सकती है. इसके साथ ही मोदी सरकार अब "स्मॉल सेविंग्स स्कीम" पर ब्या ज दर में कटौती करने की तैयारी में लगी है. जिसकों लेकर वे शीघ्र ही सरकारी नोटिफिकेशन भी जारी कर सकती है.

English Summary: sbi change rule from 1 july 2019 maximum 40 crore customers effected Published on: 28 June 2019, 01:01 PM IST

Like this article?

Hey! I am मनीशा शर्मा. Did you liked this article and have suggestions to improve this article? Mail me your suggestions and feedback.

Share your comments

हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें. कृषि से संबंधित देशभर की सभी लेटेस्ट ख़बरें मेल पर पढ़ने के लिए हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें.

Subscribe Newsletters

Latest feeds

More News