घर में गार्डन बनाने का सपना तो सभी का होता है, लेकिन कभी जगह तो कभी जानकारी की कमी से यह सपना पूरा नहीं हो पाता. बेशक थोड़ी-सी कोशिश से आप कम जगह में भी बढ़िया गार्डन तैयार कर सकते हैं, जिसमें सजावटी फूलों से लेकर तमाम फल और सब्जियां भी उगा सकते हैं. आज ऐसी ही एक महिला के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने अपने घर की छत पर रंग बिरंगे फूल लगाकर एक बेहतरीन ईको-सिस्टम तैयार किया है. बात कर रहे है. दिल्ली की रश्मि शुक्ल की. आइये जानते हैं उनकी इस कहानी को.
बता दें रश्मि शुक्ला ( Rashmi Shukla) पटना जिले की रहने वाली है. उनके पिता एक कृषि अधिकारी थे. इसलिए वह पेड़-पौधों के बारे में बचपन से सुनती आ रही हैं. उन्हें अपने पिता से ही इसकी प्रेरणा मिली है. रश्मि शुक्ला ने अपना घर की छत पर में तक़रीबन सभी मौसमी सब्जियां और कई फल-फूल उगाकर एक बेहतरीन ईको-सिस्टम ( Ecosystem) तैयार किया है. जो पंक्षियों का भी रैन बसेरा बन गया है.
रश्मि शुक्ला का क्या है कहना (What is Rashmi Shukla Saying)
रश्मि शुक्ला का कहना है कि जब मैं 15 साल पहले शहर में आई थी, तो उस समय मुझे बागवानी के बारे में कोई भी जानकारी नही थी. लेकिन पटना से आकर, मैं अपने साथ प्रकृति के लिए एक बड़ी प्रशंसा लेकर आया थी. वह कहती हैं कि “मेरी बालकनी और टेरेस गार्डन में पिछले 10 सालों से बुलबुल, सनबर्ड, टेलरबर्ड और गौरैयों के घोंसले बने हैं. जिसकी वजह से पूरा घर, इनकी चहचहाहट से गूँजता रहता है. मुझे ख़ुशी है कि मेरा घर अब इन पक्षियों का भी घर बन चुका है.”
वह अपनी छत पर तक़रीबन हर मौसमी फल-सब्जियों (Seasonal Fruits and Vegtables) के साथ कई फूल भी उगाती हैं. वह अपने बगीचे में किसी भी तरह के कीटनाशक या रासायनिक खाद आदि का इस्तेमाल नहीं करती हैं.
पक्षियों का आकर्षण का केंद्र (Bird Hotspot)
उनके घर की छत पर बने रंग बिरंगे फूलों और फलों की छोटी सा बगीचा पक्षियों के आकर्षण के केंद्र बना गया है. जहाँ उनके बगीचे में अलग-अलग प्रकार पक्षी घोंसला बना कर रह रहे हैं.
बगीचे की शुरुआत सिर्फ पांच पौधों से की (Started Her Garden With Just Five Plants)
रश्मि शुक्ला दिल्ली में एक फ्लैट में रहती थी. इसलिए उनके पास कम जगह थी. लेकिन उन्हें बगीचे का बहुत शौक था, तो उन्होंने अपने घर की छत पर कुछ पांच प्रकार के पौधों से इसकी शुरुआत की. वह कहती हैं, “मेरे 1000 स्क्वायर फ़ीट के मकान के हिसाब से छत काफी बड़ी थी. जिसमें चार पानी की टंकी बनी हैं, बाकि की जगह का उपयोग मैंने पौधे लगाने के लिए किया है”.
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इन वर्षों में, रश्मि ने एक गृहिणी होने के साथ आने वाली जिम्मेदारियों की अधिकता को निभाने में कामयाबी हासिल की है.
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