छत्तीसगढ़ के किसानों के चेहरे पर इन दिनों खुशी की झलकियां साफ देखी जा सकती है. क्योंकि इस बार किसानों को अपनी धान की फसल बेचने में ज्यादा दिक्कत नहीं हो रही है. धान बेचने के लिए अब उन्हें लम्बीं लाइनों में खड़े होकर घंटों इंतजार नहीं करना पड़ रहा है. राज्य सरकार की धान खरीदी के समुचित व्यवस्था की वजह से किसान उत्साह के साथ धान खरीदी केन्द्रों में पहुंच रहे हैं.
बता दें कि अब तक राज्य में सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर की जा रही धान खरीदी का आंकड़ा 13.34 लाख मीट्रिक टन पहुंच गया है. वहीं धान खरीदी के एवज में 3 लाख 85 हजार 822 किसानों को अब तक राज्य सरकार की तरफ से लगभग 2803 करोड़ रुपये की राशि का भुगतान किया जा चुका हैं. धान खरीदी के साथ ही कस्टम मिलिंग के लिए धान उठाने का काम भी जारी है.
खबरों की मानें तो अब तक कस्टम मिलिंग के लिए समितियों से लगभग 5.73 लाख मीट्रिक टन धान का उठाव किया जा चुका है. वही इस वर्ष सरकार द्वारा अनुमानित 110 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद की जाएगी.
'टोकन तुंहर हाथ' ऐप किसानों को दे रही ये सुविधाएं
छत्तीसगढ़ सरकार ने किसानों को धान बेचने में किसी प्रकार का दिक्कत ना हो इसके लिए एक मोबाइल ऐप की शुरुआत की है. इस मोबाइल ऐप का नाम 'टोकन तुंहर हाथ' रखा गया है. इसकी शुरुआत धान बेचने वाले किसानों की सुविधा के मद्देनजर की गई है. इस ऐप के जरिए किसान ऑनलाइन धान बेचने का टोकन प्राप्त कर सकते हैं.
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इससे उन्हें धान बेचने के लिए लंबी लाइनों में नहीं खड़ा होना पड़ता है. मतलब ये कि किसान ऑनलाइन टोकन से अपना नंबर लगाकर और मौका मिलने पर ही धान खरीदी केंद्र पर पहुंच रहे है जिससे उन्हें घंटों लंबी कतार में खड़ा नहीं होना पड़ रहा है. इसके अलावा किसानों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए मैन्युअल तरीके से अग्रिम में टोकन भी दिया जा रहा है. इसके परिणामस्वरूप किसानों का धान सुविधाजनक ढंग से खरीदने का काम हो रहा हैं.
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