प्याज का उचित दाम न मिलने पर प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) को मनी-आर्डर भेजने वाले किसान संजय साठे आप सभी को याद ही होंगे. ये नासिक के वही किसान हैं जिन्हें प्याज़ 40 पैसे प्रति किलों बेचना पड़ा था. इनको 750 किलो प्याज बचने के बाद मात्र 1,064 रुपये मिले थे. बस इसी बात से नाराज होकर संजय सांठे ने यह पूरी धन राशि मनी-आर्डर के माध्यम से प्रधानमंत्री राहत कोष में भेज दी थी. जिसके बाद पीएमओ ने संजय सांठे से जुड़ी जानकारी निकालने के आदेश नासिक कलेक्टर को दिए. अब इस कहानी में नया मोड़ ले लिया है जब पीएमओ ने ये कहते हुए पैसा लेने से इंकार कर दिया की उन्हें अगर पैसे भेजने हैं तो ऑनलाइन माध्यम से भेजें.
अगर हम मिडिया खबरों की माने तो पीएमओ द्वारा पैसे वापस करने से किसान संजय साठे हैरान रह गए. जब किसान से पुछा गया कि आपने यह पैसे क्यों भेजे थे तो संजय ने बताया की हमें लगा की ऐसा करने से शायद किसानों क भला हो जाये. इसके आलावा हमें लगा की प्रधानमंत्री का ध्यान किसान की समस्याओं की तरफ जायेगा. बताया जा रहा है की पीएमओ ने किसान के पैसे यह कहकर वापस कर दिए कि हम किसी भी मनी-आर्डर को स्वीकार नहीं करते हैं अगर आपको पैसे भेजने है तो आप आरटीजीएस (RTGS) या फिर किसी ऑनलाइन माध्यम से ट्रांसफर करें.
पीएमओ में साठे का मनीऑर्डर पहुंचते ही हड़कंप मच गया. पीएमओ ने मामला मीडिया की सुर्खियों में आता देख नासिक कलेक्टर को तुरंत मामले की जांच के आदेश भी दे दिए थे. उसके बाद अधिकारीयों ने संजय के गांववालों से उसके किसी भी राजनैतिक पार्टी से संबंधों के होने की पूछताछ की लेकिन गनीमत यह रही की संजय का संबंध किसी राजनैतिक पार्टी से नहीं था.
पीएमओ द्वारा ऑनलाइन पैसे जमा कराने की ख़बर दैनिक समाचार पत्रों ऑनलाइन पोर्टलों के माध्यम से ली गई है.
प्रभाकर मिश्र, कृषि जागरण
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