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PM Kisan: e-KYC की वजह से लाखों किसान 14वीं किस्त से रह जाएंगे वंचित, जानें इसमें व KYC में फर्क

जिन किसानों ने e-KYC की प्रक्रिया पूरी नहीं की है. उनके खाते में पीएम किसान सम्मान निधि की 14वीं नहीं पहुंचेगी. लेकिन क्या आप जानते हैं कि KYC और e-KYC में क्या अंतर है. अगर नहीं तो आइए उसके बारे में विस्तार से जानें.

मुकुल कुमार
जानें KYC और e-KYC में क्या है अंतर
जानें KYC और e-KYC में क्या है अंतर

भारत सरकार आज यानी कि 27 जुलाई को लाखों किसानों के खाते में पीएम किसान सम्मान निधि की 14वीं किस्त जारी करने जा रही है. उम्मीद है कि अकाउंट में पैसा सुबह 11 बजे तक पहुंच जाएगा. बता दें कि 14वीं किस्त का भुगतान आधार और एनपीसीआई से जुड़े बैंक खाते में किया जाना है. वहीं, जिन किसानों ने ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूरी नहीं की है. वह इस किस्त से वंचित रह जाएंगे. केंद्र व राज्य सरकार पिछले कई महीनों से किसानों को बार-बार यह प्रक्रिया पूरी करने की बात कह रही थी. इसके लिए कई गांवों में अधिकारियों ने स्टॉल भी लगाए हैं. फिर भी, लाखों की संख्या में किसान ई-केवाईसी की प्रक्रिया से अछूते रह गए. ऐसे में आज हम आपको KYC और e-KYC अंतर बताने जा रहे हैं.

क्या है केवाईसी

आज के समय में ऑनलाइन शॉपिंग ऐप, सिम कार्ड, आधार कार्ड और बैंक अकाउंट से लेकर हर चीज में केवाईसी की आवश्कयता पड़ रही है. अगर आपने हाल ही में किसी बैंक में खाता खोला होगा तो बैंक प्रतिनिधि आपसे केवाईसी की प्रक्रिया पूरी करने की बात कह रहे होंगे. यह आजकल आम है. जब आप शेयर बाजार या म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं तब भी केवाईसी प्रक्रिया लागू होती है. यह प्रोसेस सभी बैंक खातों के लिए अनिवार्य है. दरअसल, भारतीय रिजर्व बैंक ने सभी बैंकों को अपने सभी खातों के लिए केवाईसी प्रक्रिया को पूरा करना अनिवार्य कर दिया है. यह मनी लॉन्ड्रिंग को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है. बता दें कि केवाईसी प्रक्रिया बैक या अन्य जगहों पर किसी भी कस्टमर की पहचान सत्यापित करने के लिए की जाती है. केवाईसी प्रोसेस पूरा करने के लिए कुछ जरुरी दस्तावेजों की जरुरत होती है. जिसमें आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस लाइसेंस, पासपोर्ट,वोटर आईडी कार्ड जैसे डाक्यूमेंट्स की मांग की जाती है.

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क्या है e-kyc?

केवाइसी के बाद ई-केवाईसी इन दिनों काफी पॉपुलर हो गया है. इसकी वजह से लाखों किसानों की सम्मान निधि की 14वीं किस्त रोक दी गई है. ईकेवाईसी का मतलब है इलेक्ट्रॉनिक केवाईसी. यह एक डिजिटल ग्राहक केवाईसी सत्यापन प्रक्रिया है. जिसमें किसी व्यक्ति या संस्थान से सेवाएं प्राप्त करने के इच्छुक ग्राहक की पहचान संबंधी विवरण इलेक्ट्रॉनिक रूप से सत्यापित किया जाता है. ईकेवाईसी में मुख्य रूप से यूआईडीएआई (भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण) डेटाबेस के माध्यम से केवाईसी सत्यापन होता है.

यह पूरी तरह से कागज रहित प्रक्रिया है. इसके लिए किसी हार्ड दस्तावेज की आवश्यकता नहीं है. ईकेवाईसी के लिए एकमात्र शर्त 12 अंकों का आधार नंबर होना है. जिसमें पंजीकृत मोबाइल नंबर (ज्यादातर मामलों में) के साथ, सभी ग्राहकों को ईकेवाईसी प्रक्रियाएं पूरी करने की आवश्यकता होती है.

English Summary: PM Kisan: Know the difference between KYC and e-KYC Published on: 27 July 2023, 11:01 AM IST

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