हरियाणा के कृषि संस्थानों में छात्रों के लिए यह योजना चलाई जा रही है. इस योजना के तहत, चौधरी चरण सिंह, हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार के सभी छात्र, महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय, करनाल और हरियाणा में स्थित केंद्रीय संस्थानों को कृषि, किसान कल्याण विभाग और बागवानी विभाग में इंटर्नशिप करने का अवसर दिया जा रहा है.
विभाग का कहना है कि छात्रों को विभागीय कार्यक्रमों, कार्यप्रणाली, प्रौद्योगिकियों के बारे में जानने का अवसर मिलेगा और उन्हें किसानों से मिलने और बातचीत करने का भी अवसर दिया जाएगा.
अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस-कृषि) सुमिता मिश्रा ने कहा कि हरियाणा राज्य के विश्वविद्यालयों में कृषि और बागवानी में पाठ्यक्रम करने वाले बीएससी, एमएससी और पीएचडी छात्रों के लिए इंटर्नशिप योजना को लागू किया जाएगा.
बीएससी छात्रों की इंटर्नशिप अवधि 4 सप्ताह की होगी, जबकि एमएससी और पीएचडी छात्रों की इंटर्नशिप 8 से 12 सप्ताह तक की होगी. बीएससी कर रहे पुराने छात्रों को विश्वविद्यालय द्वारा पहले से ही 13,000 रुपए प्रति माह वेतन (Stipend) दिया जा रहा है, उन्हें केवल विभागों में काम करने के लिए इंटर्नशिप कार्यक्रम की सुविधा दी जाएगी.
एमएससी और पीएचडी के छात्रों को 9,000 रुपए दिए जाएंगे. कृषि और बागवानी विभाग के छात्रों को 12,000 रुपए वेतन (Stipend) दिया जाएगा.
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योग्यता के आधार पर बीएससी के 10, एमएससी और पीएचडी के 5-5 छात्रों को प्रत्येक विभाग में इंटर्नशिप के लिए चुना जाएगा. चयनित छात्रों को विभागों के विभिन्न संभागों में काम दिया जाएगा. इंटर्नशिप के संतोषजनक समापन के बाद छात्रों को प्रमाण पत्र भी दिए जाएंगे.
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