1. Home
  2. ख़बरें

सिर्फ 29 प्रतिशत किसानों को है फसल बीमा योजना की जानकारी, किसानों के लिए जानना है जरूरी

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के बारे में सरकार और बीमा किपनीयां लगातार कई तथ्य पेश करती हैं लेकिन एक सर्वे से जो पता चला है वो थोड़ा चौंकाने वाला जरुर है. देश में सिर्फ 29 प्रतिशत किसानों को ही प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की जानकारी है. इस बात की जानकारी जलवायु जोखिम प्रबंधन कंपनी वेदर रिस्क मैनेजमेंट सर्विसेज प्रइवेट लिमिटेड (डब्लूआरएमएस) ने कही है. इसके साथ ही कंपनी ने इस बात की भी जानकारी दी है की अधिकतर राज्यों में योजना के तहत बीमा कराने वाले किसान संतुष्ट हैं. इस योजना को 2016 में लॉन्च की गई थी और यह योजना खेती के लिए मौसम और अन्य जोखिमों के खिलाफ बीमा करने का एक प्रमुख साधन है.

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के बारे में सरकार और बीमा किपनीयां लगातार कई तथ्य पेश करती हैं लेकिन एक सर्वे से जो पता चला है वो थोड़ा चौंकाने वाला जरुर है.

देश में सिर्फ 29 प्रतिशत किसानों को ही प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की जानकारी है. इस बात की जानकारी जलवायु जोखिम प्रबंधन कंपनी वेदर रिस्क मैनेजमेंट सर्विसेज प्रइवेट लिमिटेड (डब्लूआरएमएस) ने कही है. इसके साथ ही कंपनी ने इस बात की भी जानकारी दी है की अधिकतर राज्यों में योजना के तहत बीमा कराने वाले किसान संतुष्ट हैं. इस योजना को 2016 में लॉन्च की गई थी और यह योजना खेती के लिए मौसम और अन्य जोखिमों के खिलाफ बीमा करने का एक प्रमुख साधन है.

डब्लूआरएमएस ने कहा कि हाल ही में बेसिक्स द्वारा आठ राज्यों में सर्व करवाया गया जिसमें यह पता चला की नमूने के तौर पर गए किसानों में से महज 28.7 प्रतिशत किसानों को योजना की जानकारी थी. यह सर्वे छत्तीसगढ़, बिहार, उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, ओडिशा, आंध्र प्रदेश और नागालैंड में कराया गया है. वहीं जिन किसानों को बीमा योजना की जानकारी थी उनमें से मात्र 12.9 प्रतिशत किसानों ही बीमा करा पाए थे और बाकि 77 प्रतिशत किसानों ने भी कर्ज ले रखा था.

कृषि जागरण डेस्क

English Summary: Only 29 percent of the farmers have information about crop insurance scheme, farmers need to know Published on: 21 August 2018, 10:12 AM IST

Like this article?

Hey! I am . Did you liked this article and have suggestions to improve this article? Mail me your suggestions and feedback.

Share your comments

हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें. कृषि से संबंधित देशभर की सभी लेटेस्ट ख़बरें मेल पर पढ़ने के लिए हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें.

Subscribe Newsletters

Latest feeds

More News