जहां एक ओर कपास की खेती काफी चर्चा में रहती है। इसके बीज अनुसंधान की खबरें मशहूर होती हैं। दरअसल नकदी फसल होने के कारण किसानों से लेकर सरकार का भी ध्यान इसकी ओर होता है। इस बीच मध्य प्रदेश सरकार ने जैविक कपास खेती की ओर रुख किया है। सरकार इसके तहत रकबा बढ़ाने की बात कह रही है।
राज्य के कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने एक कॉटन ट्रेलब्लेजर्स सम्मेलन के दौरान कहा कि प्रदेश में जैविक खेती के विकास के लिए कार्य किया गया है। मध्य प्रदेश सरकार एवं ग्लोबल संस्था सीएंडए फाउंडेशन दोनों की सहभागिता से यह सम्मेलन आयोजित किया गया था। आप को बता दें कि इसके लिए राज्य में 100 जैविक कपास समूह बनेंगे, जो कि परंपरागत कृषि विकास योजना के अधीन होंगे। राज्य में तीन साल के भीतर ही जैविक कपास का रकबा दोगुने से अधिक करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसे पूरी तरह से सफल बनाने के लिए जैविक कपास अनुसंधान केंद्र एवं उत्कृष्टता केंद्र, किसानों को बेहतर खेती करने के लिए प्रोत्साहित करने का कार्य करेंगे।
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