अगर ख्वाबों को हकीकत में तब्दील करना हो, तो एक लंबी कश्मकश से होकर गुजरना होता है, क्योंकि हमारी ज़रा-सी लाचारी और बेबसी हमारे ख्वाबों को ताबीर होने से पहले ही फ़ना कर जाती हैं. जी हां...ऐसे आलम में जब हर दिन वीरान हो चुकी गलियों से मरीजों कि दम तोड़ती चित्कार को सुन घरों में कैद हो चुके हर शख्स का दिल पसीज रहा है. ऐसे आलम में जब अस्पतालों की दर पर दस्तक देने से पहले ही मरीज खुदा की इस कायनात से रूखसत हो जाना ही मुनासिब समझ रहे हैं.
ऐसे में इस घोर विपदा में एक ऐसा मुल्क भी है, जिसने कोरोना के कहर को इस हद तक बेअसर कर दिया है कि अब उसने अपने लोगों को मुंह से मास्क हटाकर अपनी सौंदर्यता की नुमाइश करने की पूरी आजादी दे दी है. सरकार के इस फरमान को सुन उन लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं रह गया, जिनकी सौंदर्यता नकाब के पीछे कैद हो चुकी थी. यकीनन, कल तक पूरी कायनात को अपनी हसीन चेहरे से कायल करने वाले लोगों का रूख जब मास्क के पीछे कैद हो गया, तो यह पल उनके लिए भी बड़ा दर्दनाक रहा. ऐसे में सरकार के इस फरमान को सुन इनके चेहरे खिल रहे हैं.
अमेरिका ने दिया है ऐसा आदेश
अपने लोगों को मास्क की कैद से आजाद करने वाला कोई और नहीं, बल्कि वही देश हैं, जहां कल तक कोरोना के कहर से हालात इस कदर बेकाबू हो चुके थे कि हर किसी की जुबां से बस यही इल्तिजा निकल रही थी कि कैसे भी करके उन्हें इस कहर से निजात मिले. यह देश कोई और नहीं, बल्कि अमेरिका है. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपने लोगों को मुंह से मास्क हटाने के लिए कह दिया है. उन्होंने अपने आदेश में कहा कि वे सभी लोग अब बिना मास्क के बाहर खुली जगहों पर जा सकते हैं, जो टीका लगवा चुके हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपने निर्देश में साफ कर दिया है कि बिना मास्क के केवल उन्हीं लोगों को बाहर जाने की इजाजत होगी, जो कोरोना रोधी टीका लगवा चुके हैं. अन्य लोगों को अभी इसकी इजाजत नहीं मिली है, लेकिन शर्त यह है कि अभी बिना मास्क के खुले स्थानो में ही जाने की इजाजत मिली है. अगर कोई मॉल समेत किसी अन्य भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाता है, तो आपको मास्क लगाना होगा. बता दें कि अपने नागरिकों को मास्क से निजात दिलाने वाला अमेरिका विश्व का दूसरा देश बन चुका है.
इस्राएल ने भी लोगों को मास्क से दी आजादी
इससे पहले इस्राएल ने भी अमेरिका सरीखे शर्तों के साथ अपने नागरिकों को मास्क की कैद से आजाद कर दिया था. इस्राएली राष्ट्रपति बेंजामिन नेतन्याहु ने अपने आदेश में साफ कह दिया था कि वे सभी लोग, जो टीका लगवा चुके हैं, वे बिना मास्क के बाहर जा सकते हैं, लेकिन अगर कोई भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाता है, तो उसे मास्क लगाने के नियमों का पालन करना होगा. बता दें कि इस्राएल में कोरोना से बचाव हेतु 80 फीसद से भी अधिक लोगों को टीका लगवाया जा चुका है.
चरम पर है कोरोना
यकीनन, इन खबरों को सुन कर भारत के होश फाख्ता हो रहे हैं. कल तक कोरोना के कहर पर काबू पाने वाले भारत में कोरोना आज बेकाबू हो चुका है. इससे भी ज्यादा चिंता का सबब है, अस्पतालों की बदहाली. अस्पतालों की बदहाली और कोरोना के कहर का अंदाजा आप महज इसी से लगा सकते हैं कि लोग अस्पताल के दर पर दस्तक देने से पहले ही दम तोड़ दे रहे हैं. हर दिन संक्रमण के मामले नए-नए रिकॉर्ड बनाते जा रहे हैं. वहीं, अब दुरूह हो रहे हालातों को दुरूस्त करने की कोशिश जारी है. इस दिशा में देश के कई राज्यों में लॉकडाउन लगाया जा चुका है.
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