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Somani Seedz ने यूपी के बुलंदशहर में लाल गाजर की नई किस्म 'अजूबा 117' को लेकर आयोजित किया जागरूकता कार्यक्रम

सोमानी सीड्स ने गाजर की खेती करने वाले किसानों को लिए लाल गाजर की नई किस्म अजूबा 117 को विकसित किया है. गाजर की इस बेहतरीन किस्म को किसान सरलता से लगभग 120 से 140 दिनों तक भण्डारण कर सकते हैं. यहां जानें इस किस्म की विशेषताएं...

लोकेश निरवाल
सोमानी सीड्स ने लाल गाजर की नई किस्म अजूबा 117को किया विकसित
सोमानी सीड्स ने लाल गाजर की नई किस्म अजूबा 117को किया विकसित

देश की अग्रणी बीज निर्माता कंपनी सोमानी सीड्स ने आज उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में स्थित दरियापुर गांव में लाल गाजर की नई किस्म अजूबा 117 को लेकर एक किसान जागरूकता प्रोग्राम का आयोजन किया. इस प्रोग्राम में सोमानी सीड्स कंपनी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक के वी सोमानी, कृषि जागरण के संस्थापक एवं प्रधान संपादक एम सी डोमिनिक और डॉ. पीके पंत समेत आसपास के काफी किसानों ने हिस्सा लिया था.

इस कार्यक्रम में सोमानी सीड्स कंपनी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक के वी सोमानी ने लाल गजर की नई किस्म अजूबा 117 के बारे में विस्तार से बताया. इस इस दौरान उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कहा, "लाल गाजर की यह नई किस्म नैनटेस सेगमेंट के अंतर्गत आती है. किसान इस किस्म की सितंबर से जनवरी माह तक की बुवाई कर सकते हैं. वही यह किस्म लगभग 120 दिनों में तैयार हो जाती है.

इस किस्म की सबसे बड़ी विशेषता यह है की फसल तैयार होने के बाद से भी किसान  चाहें तो लगभग 30 दिनों तक खेतों में छोड़ सकते हैं. वहीं अगर भण्डारण क्षमता की बात करें तो गाजर की इस नई किस्म की किसान 120 से 140 दिनों तक भण्डारण कर सकते हैं. गाजर की यह नई किस्म लाल रंग की होती है. यह किस्म बेलनाकार होती है यानी ऊपर से नीचे तक एक समान होती है. 

सोमानी सीड्स कंपनी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक के वी सोमानी, कृषि जागरण के संस्थापक एवं प्रधान संपादक एम सी डोमिनिक
सोमानी सीड्स कंपनी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक के वी सोमानी, कृषि जागरण के संस्थापक एवं प्रधान संपादक एम सी डोमिनिक

इस किस्म की एक और बड़ी विशेषता है जो इसे औरों से इसे अलग करती है. दरअसल, इस किस्म का 98% हिस्सा खाने योग्य होता है यानी बहुत कम बर्बादी होती है.

इस कार्यक्रम में उपस्थित प्रगतिशील किसानों को संबोधित करते हुए कृषि जागरण के संस्थापक एवं प्रधान संपादक एम.सी डोमिनिक ने कहा, " हर एक किसान यह चाहता है कि वह करोड़पति किसान बने. लेकिन यह तभी संभव है जब किसानों कि उपज बढ़ेगी और लागत कम होगी. मैं स्वयं एक किसान परिवार से आता हूं. जब मैं छोटा था तो यह सोचा था कि मैं भी एक करोड़पति किसान बनूंगा. यह कोई असंभव बात नहीं थी. आज हमारे देश के बहुत सारे किसान एक करोड़पति किसान हैं.  हाल ही में हमने नई दिल्ली में स्थित पूसा में एक तीन दिवसीय इवेंट मिलेनियर फार्मर ऑफ इंडिया अवार्ड- 2023 का आयोजन किया था. इस इवेंट में देश भर के सभी जिलों से हजारों किसान शामिल हुए थे. वही, देश के लगभग सभी जिले के किसानों को इस इवेंट में सम्मानित किया गया था. मालूम हो कि  सम्मानित हुए सभी किसान मिलेनियर किसान थे.

वही एमएफओआई अवार्ड्स- 2023 की अपार सफलता के बाद से हम एमएफओआई अवार्ड्स - 2024 का 1 से 5 दिसम्बर, 2024 तक आयोजन करने जा रहे हैं. अगर आप एक मिलेनियर किसान हैं तो इसमें हिस्सा ले सकते हैं. इसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू हो गई है. रजिस्ट्रेशन के लिए आप एमएफओआई की वेबसाइट पर विजिट करके रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं.

English Summary: New Variety of Carrot Ajuba 117 Somani Seedz developed new variety of red carrot Ajuba 117 Gajar ki kheti Published on: 18 March 2024, 06:34 PM IST

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