1. Home
  2. ख़बरें

Nano-DAP: नैनो-DAP को व्यावसायिक उपयोग के लिए मिली मंजूरी, जानें कब से शुरू होगी बिक्री

कृषि मंत्रालय ने आगामी खरीफ बुवाई के मौसम के लिए नैनो- डायमोनियम फास्फेट (Nano-DAP) के व्यावसायिक रिलीज को मंजूरी दे दी है, जो एक गेम चेंजर होगा. इससे देश के किसानों को बेहतर लाभ प्राप्त होगा.

लोकेश निरवाल
खरीफ सीजन से पहले शुरू होगी Nano-DAP की बिक्री
खरीफ सीजन से पहले शुरू होगी Nano-DAP की बिक्री

देश के किसान भाइय़ों की भलाई के लिए भारत सरकार आए दिन खेती-किसानी से जुड़ें कई तरह के कार्य के लिए मदद करती रहती है. इसी कड़ी में अब सरकार के द्वारा एक और फैसले Nano-DAP के व्यावसायिक रिलीज को मंजूरी मिल गई है. दरअसल, नैनो-डीएपी की एक बोतल की कीमत (Price of one bottle of Nano-DAP) लगभग 600 रुपये होगी, जो पारंपरिक 50 किलोग्राम डीएपी बैग की कीमत से आधी है. मिली जानकारी के मुताबिक, अगले कुछ दिनों में कमर्शियल यूज के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाएगा.

इफको शुरू में किसानों की सहकारी समितियों को उत्पाद पेश करेगी, और कोरोमंडल इंटरनेशनल (Coromandel International) ने भी नैनो-डीएपी अनुमोदन के लिए आवेदन किया है. किसान वर्तमान में रियायती मूल्य पर पारंपरिक डीएपी के एक बैग के लिए 1,350 रुपये का भुगतान करते हैं, जबकि वास्तविक लागत 4,000 रुपये है. किसानों द्वारा डीएपी की प्रत्येक बोरी (Each bag of DAP) के लिए वास्तविक लागत और कीमत के बीच के अंतर को केंद्र सरकार द्वारा तय किया जाता है. उर्वरक मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक , वे मंजूरी का इंतजार कर रहे थे और अब जब इंतजार की घड़ी खत्म हो गई है, तो यह घरेलू मांग को पूरा करने के लिए आयात पर भारत की निर्भरता को कम करेगा. आयात घरेलू डीएपी मांग (Domestic DAP Demand) के आधे से अधिक की आपूर्ति करता है.

 

इस दिन से शुरू होगी बिक्री

नैनो-डीएपी की बिक्री को लेकर एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा, 'खरीफ सीजन से पहले नैनो-डीएपी की बिक्री शुरू की जाएगी.' वर्तमान में केवल नैनो-यूरिया (nano-urea) का उपयोग खेती में किया जाता है, और नैनो-यूरिया की एक 500 मिलीलीटर की बोतल पारंपरिक यूरिया के 50 किलोग्राम बैग की जगह लेती है.

ये भी पढ़ेंः यूरिया के बाद किसानों को मिलेगी नैनो डीएपी, जानिए क्या होगा लाभ?

साल 2024 में आयातित डीएपी की कीमत तय

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि केंद्रीय उर्वरक मंत्री मनसुख मंडाविया ने पिछले साल दिसंबर में कहा था कि नैनो-यूरिया और नैनो-डीएपी के बढ़ते उपयोग से सरकार की उर्वरक सब्सिडी अगले कुछ वर्षों में काफी कम हो सकती है. ताकि किसान अपने खेत में इनका सही तरीके से उपयोग कर अच्छी फसल का उत्पादन प्राप्त कर सकें. बता दें कि पिछले महीने, मंत्री ने यह भी कहा कि भारत 2024 में आयातित डीएपी की कीमत तय करेगा और उर्वरक की आपूर्ति करने वाले कुछ देश ऐसा करने में असमर्थ होंगे क्योंकि भारत वैकल्पिक उर्वरकों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है.

English Summary: Nano-DAP approved for commercial use, know when the sale will start Published on: 11 February 2023, 03:16 PM IST

Like this article?

Hey! I am लोकेश निरवाल . Did you liked this article and have suggestions to improve this article? Mail me your suggestions and feedback.

Share your comments

हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें. कृषि से संबंधित देशभर की सभी लेटेस्ट ख़बरें मेल पर पढ़ने के लिए हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें.

Subscribe Newsletters

Latest feeds

More News