केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री जीतन राम मांझी ने मंगलवार को नई दिल्ली के उद्योग भवन में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया संगठनों को “MSME क्षेत्र में सरकार की 100 दिनों की उपलब्धियों” के बारे में जानकारी दी. ब्रीफिंग के दौरान एमएसएमई सचिव एस.सी.एल. दास और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे. उन्होंने कहा कि MSME क्षेत्र ने राष्ट्रव्यापी आर्थिक विकास, रोजगार सृजन के अवसर पैदा करने और उद्यमशीलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. इस वर्ष 15 अगस्त को देश के 78वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में MSME की महत्ता पर प्रकाश डाला और सरकार के सततता, नवाचार और MSME के लिए व्यवसाय करने में आसानी को बढ़ावा देने के फोकस पर जोर दिया, जिससे भारत को एक वैश्विक नेता बनाने के व्यापक राष्ट्रीय दृष्टिकोण के साथ सामंजस्य स्थापित हो सके.
वही भारत सरकार ने एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) क्षेत्र को सशक्त बनाने के लिए पिछले 100 दिनों में कई महत्वपूर्ण योजनाओं और पहलों को लागू किया है-
MSME का औपचारिकीकरण अभियान
27 जून 2024 को महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश राज्य सरकारों के साथ एमओयू (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए. राज्य सरकारों और एमएसएमई संघों के सहयोग से देशभर में औपचारिकता अभियानों और जन जागरूकता शिविरों का आयोजन किया गया, जिससे MSME पंजीकरण की संख्या 5 करोड़ के पार पहुंच गई. इस पहल ने रोजगार सृजन में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है, जिससे 21 करोड़ से अधिक नौकरियां उत्पन्न हुईं.
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP)
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत, पिछले 100 दिनों में 26,426 नए सूक्ष्म उद्यम स्थापित किए गए. इस पहल से 2.11 लाख लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है.
उत्तर-पूर्वी क्षेत्रों में एमएसएमई का संवर्धन
26 जून 2024 को सिक्किम समेत उत्तर-पूर्वी क्षेत्रों में 12 नई परियोजनाओं को मंजूरी दी गई. इन परियोजनाओं से स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे और स्थानीय अर्थव्यवस्था में सुधार होगा.
महिला उद्यमियों के लिए यशस्विनी अभियान
27 जून 2024 को यशस्विनी अभियान की शुरुआत की गई, जिसका उद्देश्य महिला उद्यमिता को बढ़ावा देना है. अब तक इस पहल से कई महिला उद्यमियों ने लाभ उठाया है, और 17 और अभियान इस वर्ष आयोजित किए जाएंगे.
सीजीटीएमएसई (CGTMSE) योजना
महिला उद्यमियों को ऋण सुविधा प्रदान करने के लिए सीजीटीएमएसई योजना के तहत 90% गारंटी कवरेज की घोषणा की गई. इससे 27 लाख महिला उद्यमियों को फायदा मिलेगा.
ई-कॉमर्स में एमएसएमई की भागीदारी: TEAM योजना
ई-कॉमर्स में एमएसएमई की भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए TEAM योजना की शुरुआत की गई. इससे एमएसएमई को डिजिटल प्लेटफार्मों पर भागीदारी करने में सहायता मिलेगी और 5 लाख एमएसएमई को लाभ होगा.
14 नए प्रौद्योगिकी केंद्रों की स्थापना
भारत सरकार 14 नए तकनीकी केंद्रों की स्थापना कर रही है, जिनसे 1 लाख एमएसएमई को नई तकनीकों तक पहुंच और 3 लाख युवाओं को अगले 5 वर्षों में प्रशिक्षण मिलेगा.
जेडईडी 2.0 (ZED 2.0) प्रमाणन योजना
11 सितंबर 2024 को जेडईडी 2.0 योजना शुरू की गई, जिसका उद्देश्य जीरो डिफेक्ट, जीरो इफेक्ट विनिर्माण को बढ़ावा देना है. इस योजना के तहत 5 लाख एमएसएमई को समर्थन मिलेगा.
एमएसएमई हैकाथॉन 4.0
युवाओं के लिए नवाचार को प्रोत्साहित करने के लिए एमएसएमई हैकाथॉन 4.0 की शुरुआत की गई, जिसमें 500 नवाचारकों को वित्तीय सहायता दी जाएगी.
अंतर्राष्ट्रीय सहयोग: एमएसएमई और यूएस-एसबीए के बीच समझौता ज्ञापन
भारत और अमेरिका के बीच 13 अगस्त 2024 को एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए, जिसका उद्देश्य एमएसएमई को हरित प्रौद्योगिकी और महिला उद्यमिता के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देना है.
इन उपलब्धियों से यह स्पष्ट होता है कि भारत सरकार एमएसएमई क्षेत्र के विकास के लिए प्रतिबद्ध है, जो आर्थिक विकास, रोजगार सृजन और नवाचार को प्रोत्साहित करता है.
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