मदर डेयरी प्लास्टिक प्रतिबंध आंदोलन (Plastic ban movement ) की दिशा में एक नई पहल के साथ कदम रखने जा रही है. बता दे कि डेयरी कंपनी भारत के सबसे बड़े दूध उत्पादकों में शामिल है जो 25 राज्यों की कंपनी द्वारा उपयोग किए जाने वाले बहु-स्तरित पैकेजिंग (multi-layered packaging) लगभग 832 टन प्लास्टिक का 60 प्रतिशत एकत्र करने और रीसाइकिल (Recycle ) करने का निर्णय लिया है.
दरअसल मदर डेयरी ने कहा है कि वो इस साल मई माह में महाराष्ट्र में 1073 टन प्लास्टिक एकत्र कर रीसाइकिल (Recycle ) किया था. जोकि एक जिम्मेदारी निर्माता संगठन (producer responsibility organization) की मदद से किया गया था. रिपोर्ट के अनुसार, री-साइकिल की गई मात्रा में 890 टन गैर-एमएलपी और 183 टन एमएलपी शामिल था. यह पहल पिछले साल जून में मदर डेयरी की एक Extended producer responsibility (ईपीआर) के हिस्से के रूप में शुरू हुई थी. आधिकारिक रूप से कंपनी देश के अन्य हिस्सों में भी इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाना चाहती है. मदर डेयरी ने अन्य राज्यों में पीआरओ में भाग लिया है. जहां मौजूदा वित्तीय वर्ष (Financial Year ) में प्लास्टिक कचरे को इकट्ठा करने और पुनर्चक्रित करने के लिए इसका संचालन होता है.
कंपनी के प्रबंध निदेशक संग्राम चौधरी ने कहा है कि, '' मदर डेयरी ने प्लास्टिक प्रदूषण प्रबंधन, संशोधन नियम 2018 के अनुरूप केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के तहत ब्रांड ओनर के लिए केंद्रीय पंजीकरण का अधिग्रहण कर लिया है. इस लाइसेंस के लिए जाने वाले डेयरी सहकारी समितियों में मदर डेयरी पहली कंपनी है. मदर डेयरी तीन साल में उत्पादित प्लास्टिक कचरे के बाद के उपभोक्ता उपयोग के 100 प्रतिशत ईपीआर के कार्यान्वयन के लिए भी प्रतिबद्ध है.
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