1. Home
  2. ख़बरें

पंजाब पहुंचा MFOI, VVIF Kisan Bharat Yatra का कारवां, किसानों ने बताई अपनी परेशानी, जानें यात्रा में क्या कुछ रहा खास

रविवार के दिन यानी की आज 11 फरवरी, 2024 के दिन MFOI, VVIF Kisan Bharat Yatra का कारवां पंजाब के फाजिल्का के दौलतपुरा में पहुंचा. कृषि जागरण की इस पहल के माध्यम से पंजाब के किसानों ने अपनी परेशानी को बताया और साथ ही कृषि जागरण की टीम ने यहां के किसानों को उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों के लिए सम्मानित भी किया.

KJ Staff
'एमएफओआई, वीवीआईएफ किसान भारत यात्रा'
'एमएफओआई, वीवीआईएफ किसान भारत यात्रा'

कृषि जागरण की 'एमएफओआई, वीवीआईएफ किसान भारत यात्रा' आज पंजाब के फाजिल्का के दौलतपुरा में रविवार के दिन यानी की आज 11 फरवरी, 2024 को पहुंच गई है. दिल्ली के उजवा कृषि केंद्र से यह यात्रा शुरू हुई जो लगातार जारी है. इस यात्रा से उत्तर भातर के क्षेत्रों में यात्रा को किसानों से काफी अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है. यात्रा के दौरान किसानों को कृषि जागरण की पहल MFOI के बारे में भी जागरूक किया जा रहा है, जो किसानों उनकी पहचान दिलाने और उन्हें सम्मानित करने की एक बेहतरीन पहल है. कृषि जागरण का यह कृषि अभियान कृषि प्रगति को आगे बढ़ाने, खेती की बाधाओं से निपटने और उत्कृष्ट किसानों को प्रशंसा प्रमाण पत्र के साथ सम्मानित करने के लिए किसानों के बीच उत्पादक संवाद और बातचीत को बढ़ावा देने में लगा हुआ है.

बता दें कि 'एमएफओआई, वीवीआईएफ किसान भारत यात्रा' हरियाणा से होते हुए अब यानी 11 फरवरी, 2024 के दिन पंजाब तक पहुंच चुकी है. जहां उन्होंने किसानों को सम्मानित किया और उनके विचारों को भी सुना साथ ही वह के किसानों ने कृषि जागरण की इस यात्रा का भरपूर समर्थन किया. क्रिनिर फार्मर्स एंड प्रोड्यूसर कंपनी, गांव रामसरा, तहसील अबोहर, जिला फाजिल्का, पंजाब ने भी 'एमएफओआई, वीवीआईएफ किसान भारत यात्रा' का समर्थन किया.

किसान ने बताई अपनी परेशानी

आज की इस यात्रा में कृषि जागरण की तरफ से पंजाब के किसान कपिल सिंह को सम्मानित किया गया है. इस दौरान कपिल सिंह ने बताया कि हमारे यह सबसे अधिक किन्नू की फसल होती है. किसान ने यह भी बताया कि पिछले दो से तीन साल के दौरान बाजार में किन्नू की फसल/ Kinnow Crop के सही दाम हमें नहीं मिल पा रहे हैं और जब हमें इसके दाम मिलते हैं, तो फसल से फल कम प्राप्त होते हैं. 

पजांब के किसान ने बताई अपनी परेशानी
पजांब के किसान ने बताई अपनी परेशानी

उन्होंने बताया कि इसके पौधे भी जल्दी खराब हो जाते हैं. हमारे गांव में करीब 30-40 बाग अब खराब हो रहे हैं. इस परेशानी को देखते हुए हमने अपने खेत में हर साल तीन-तीन किले पोपलर की फसल लगाना शुरू कर दिया है. इसके अलावा कपिल ने देश के अन्य किसानों के लिए कहा कि किसान अपने खेत में किन्नू की फसल खराब होने पर पोपलर की फसल/ Poplar Crop को लगाए, जो आपको अच्छा लाभ देगा.

क्या है MFOI Kisan Bharat Yatra?

'एमएफओआई किसान भारत यात्रा 2023-24' ग्रामीण परिदृश्य को बदल स्मार्ट गांवों के विचार की कल्पना करता है. एमएफओआई किसान भारत यात्रा का लक्ष्य दिसंबर 2023 से नवंबर 2024 तक देश भर की यात्रा करना है, जो 1 लाख से अधिक किसानों तक विस्तारित होगी. जिसमें 4 हजार से अधिक स्थानों का विशाल नेटवर्क शामिल होगा और 26 हजार किलोमीटर से अधिक की उल्लेखनीय दूरी तय की जाएगी. इस मिशन का प्राथमिक उद्देश्य कृषि समुदायों में सकारात्मक बदलाव लाना है, ताकि किसानों की सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि को बढ़ाकर उन्हें सशक्त बनाया जा सके.

ये भी पढ़ें: हिसारवासियों ने जाना एमएफओआई का उद्देश्य, किसान बोले- अपने आप में ये एक अनोखी पहल

MFOI भारत यात्रा का शुभारंभ भारत में करोड़पति किसानों की उपलब्धियों को पहचानने और उनके द्वारा किए गए कार्यों को पहचान दिलाने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम का प्रतीक है. यह राष्ट्रव्यापी यात्रा एक लाख से अधिक किसानों से जुड़ेगी, 4520 स्थानों को पार करेगी और 26,000 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करेगी. इतने बड़े पैमाने पर किसानों के साथ जुड़कर, यात्रा उनकी सफलता की कहानियों को दुनिया के समक्ष लाएगी.

English Summary: MFOI VVIF Kisan Bharat Yatra caravan reaches Punjab farmer MFOI 2024 Millionaire Farmer of India Award Published on: 11 February 2024, 05:26 PM IST

Like this article?

Hey! I am KJ Staff. Did you liked this article and have suggestions to improve this article? Mail me your suggestions and feedback.

Share your comments

हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें. कृषि से संबंधित देशभर की सभी लेटेस्ट ख़बरें मेल पर पढ़ने के लिए हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें.

Subscribe Newsletters

Latest feeds

More News