कृषि विज्ञान केन्द्र, रीवा द्धारा 17वीं वैज्ञानिक परामर्शदात्री समिति की बैठक का आयोजन किया गया । जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर के संयुक्त संचालक विस्तार सेवाएं डॉ. दिनकर प्रसाद शर्मा की अध्याक्षता एवं अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय, रीवा डॉ. एस.के. पाण्डेय मुख्य अतिथि थे, बैठक में कृषि विज्ञान केन्द्र, रीवा के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं केन्द्र प्रमुख डॉ. अजय कुमार पाण्डेय ने आगामी खरीफ 2017 में केन्द्र द्धारा प्रायोजित होने वाले कार्यक्रमों की कार्य योजना का प्रस्तुतीकरण पावर प्वाइंट में किया उसके बाद खरीफ 2016, रबी 2016-17 एवं जायद 2017 की प्रगति का प्रस्तुतीकरण किया गया । कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ.डी.पी.शर्मा ने केन्द्र के वैज्ञानिकों से कृषि में यंत्रीकरण पर अधिक से अधिक कार्य करनें की बात कहे साथ ही कृषकों की आय दुगुना करने के लिए सिंचाई जल के समुचित प्रबंधन हेतु सूक्ष्म सिंचाई पद्धतियों के महत्व को कृषकों तक ले जाने की बात कहे। धान की सीधी बोनी, खरपतवार प्रबंधन, जैविक कृषि एवं सब्जी की फसलों की बढावा देने की बात कही । अधिष्ठाता डॉ. एस. के. पाण्डेय ने कृषकों से समन्वियत कृषि अपनाने पर जोर दिये । कार्यक्रम में कृषि विकास विभाग से एस.डी.ए.ओ.,डॉ. दिनेश सिंह, कृषि अभियांत्रिकी विभाग से श्री नारेन्द्र द्धिवेदी, उद्यान विभाग रीवा से पाठक, कृषि महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. डी.पी. दुबे वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. आर.के. तिवारी, डॉ. आर.पी. जोशी एवं प्राध्यापक डॉ. टी. के. सिंह भी उपस्थित रहे एवं अपने विचार व्यक्त किये ।
कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ. निर्मला सिंह (कृषि वानिकी),डॉ. ब्रजेश तिवारी (सस्य विज्ञान), डॉ. राजेश सिंह (उद्यानिकी), डॉ. अखिलेश कुमार (पौध संरक्षण), डॉ. संजय सिंह (विस्तार शिक्षा), डॉ. के. एस. बघेल (पौध रोग), डॉ. अखिलेश पटेल (मृदा विज्ञान) उपस्थित रहें एवं अपने अपने विचार व्यक्त किये । कार्यक्रम में मंच का संचालक केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ. ब्रजेश तिवारी ने किया एवं आभार प्रदर्शन डॉ. निर्मला सिंह नें किया ।
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