उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के तिकुनिया इलाके में प्रदर्शनकारी किसानों पर कथित तौर पर गाड़ी चढ़ा दी गई. दरअसल, ये किसान डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे. किसान नेताओं का आरोप है कि केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा ने किसानों पर गाड़ी चढ़ाई है, जिसमें 4 किसानों की मौत हो गई और कई किसान घायल हो गए हैं.
वहीं केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा ने मीडिया को बताया है कि किसानों की हिंसा में बीजेपी के 3 कार्यकर्ताओं और कार ड्राइवर की जान भी गई है. इस बीच बीजेपी के काफिले का एक वीडियो सामने आया है. ऐसा माना जा रहा है कि यह घटनास्थल का लाइव वीडियो है, जिसमें बीजेपी नेताओं के काफिले की गाड़ियां जा रही हैं और जिससे किसानों को कुचलने का आरोप लगाया गया है.
क्या है पूरा मामला?
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो लखीमपुर खीरी में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का दौरा था, जिन्हें केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे रिसीव करने जा रहे थे. इस दौरान प्रदर्शन कर रहे किसानों ने उनका रास्ता रोक लिया, साथ ही काले झंडे दिखाना शुरू कर दिया. इस दौरान गाड़ी की टक्कर से किसानों की मौत हो गई. इसके बाद किसानों ने भारी हंगामा करना शुरू कर दिया.
लखीमपुर खीरी में पुलिस की कई कंपनियां पर तैनात
इस घटना पर काबू पाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार को लखीमपुर खीरी भेजा है. इसके साथ ही पुलिस की कई कंपनियां भी मौके पर तैनात की गई हैं. इस घटना के बाद किसान नेताओं ने योगी सरकार पर हमला बोल दिया है, तो वहीं किसान नेता राकेश टिकैत भी लखीमपुर खीरी पहुंच गए हैं.
घटना ने अलोकतांत्रिक चेहरे को किया उजागर
किसान नेता राकेश टिकैत का कहना है कि इस घटना ने सरकार के क्रूर और अलोकतांत्रिक चेहरे को एक बार फिर उजागर किया है. उनकी मांग है कि किसानों की हत्या के दोषियों के खिलाफ जल्द ही कार्रवाई की जाए.
कौन हैं केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र?
जानकारी के लिए बता दें कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी लखीमपुर के सांसद हैं. जिनकी हाल ही में मोदी कैबिनेट में एंट्री हुई है. कुछ दिनों पहले अजय मिश्र टेनी ने मंच से किसानों को लेकर धमकी भरा विवादित बयान भी दिया था, जिसके बाद से ही लगातार उनका विरोध किया जा रहा है.
इसके साथ ही सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें मंत्री अजय मिश्रा कह रहे हैं कि जो किसान प्रदर्शन कर रहे हैं, अगर मैं पहुंच गया होता, तो भागने का रास्ता नहीं मिलेगा. लोग जानते हैं कि मैं विधायक, सांसद बनने से पहले मैं क्या था, जिस चुनौती को स्वीकार कर लेता हूं, उसे पूरा करके ही दम लेता हूं. सुधर जाओ...नहीं तो 2 मिनट का वक्त लगेगा, लखीमपुर खीरी से भागने का मौका नहीं मिलेगा. बता दें कि अजय मिश्र के इस बयान के बाद से ही किसान बहुत नाराज थे.
बता दें कि लखीमपुर खीरी की इस घटना ने राजनीतिक गलियारों में हलचल सी मचा दी है. माना जा रहा है कि यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव में लखीमपुर-खीरी की घटना कहीं बीजेपी का सियासी गणित ना बिगाड़ दे? इस दौरान विपक्ष पार्टियां भी बीजेपी पर हमला बोल रही हैं. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी किसानों से मिलने के लिए लखीमपुर खीरी पहुंचीं. जिन्हें सूबे की पुलिस ने लखनऊ में घर के बाहर रोकने की कोशिश की, लेकिन वो गाड़ी से उतरकर पैदल ही चल दीं, लेकिन उन्हें सीतापुर के हरगांव बॉर्डर पर हिरासत में ले लिया गया.
Share your comments