देश के कई हिस्से में मानसून की बारिश (monsoon rain) सही समय पर नहीं होने से खेतों में सूखे की स्थिति बन गई है. जिस कारण किसान भाइयों को खेती करने में कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
लेकिन ऐसी सूखे की इस स्थिति में किसानों के लिए दलहनी फसल अरहर की खेती (Pulses Crop Arhar Cultivation) फायदेमंद साबित हो सकती है. इस खेती का लाभ किसानों को सही से मिले इसके लिए कृषि विज्ञान केंद्र के द्वारा अच्छी किस्म के बीज नि:शुल्क वितरण किए जा रहे हैं.
जून माह में एक बार हुई बारिश (rain once in june)
जून महीने में दूसरे पखवारे की बारिश शुरू हो जाती है. लेकिन इस बार ऐसा कुछ किसानों को देखने को नहीं मिला है. जिस कारण किसान अपने खेत में धान की रोपाई (Transplantation of paddy) को लेकर चिंतित हैं. किसानों का कहना है कि जून माह में एक ही बार अच्छी बारिश देखने को मिली. लेकिन यह बारिश धान की फसल के लिए पर्याप्त नहीं थी. जिसके चलते ज्यादातर किसानों धान की रोपाई के लिए ट्यूबवेल पर निर्भर हैं.
अरहर की खेती से दूर होगी परेशानी (Trouble will be overcome by cultivation of tur)
मौसम की बेरुखी को देखते हुए कृषि विज्ञान केंद्र (Krishi Vigyan Kendra) ने किसानों को धान की रोपाई न करने की सलाह दी है और साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि किसान भाई अपनी परेशानी का हल निकालने के लिए अरहर की खेती करें. इस समय आपके लिए अरहर की खेती फायदे की खेती होगी. इसके लिए किसानों को मुफ्त में अच्छे किस्म के बीज भी दिए जाएंगे. इस विषय में विज्ञान केंद्र कोटवा के फसल सुरक्षा वैज्ञानिक डॉ. आरपी सिंह का कहना है कि केवीके कोटवा पर क्लस्टर प्रथम पंक्ति प्रदर्शन के अन्तर्गत अरहर ( IPA 203 ) की अच्छी किस्म का बीज उपलब्ध है.
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अगर जो भी किसान भाई अपने खेत में अरहर की खेती करना चाहते हैं, तो वह इसके लिए विज्ञान केंद्र कोटवा डॉ. रणधीर नायक से संपर्क कर सकते हैं. किसानों को खेत के लिए प्राप्त सुविधा मिल सके. इसके लिए उन्होंने मोबाइल नंबर भी किसानों को दिया है जिसपर वह घर बैठे बात कर सहायता ले सकते हैं. डॉ. रणधीर नायक का मोबाइल नंबर 9839318217 है.
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