1. Home
  2. ख़बरें

धू-धू करके जल रहा है धरती का फेफड़ा, 27 हजार किमी क्षेत्र प्रभावित

पूरी दुनिया का फेफड़ा कहा जाने वाला अमेजन जंगल करीब 2 हफ्ते से भभक-भभक कर जल रहा है. सैंकड़ों जानवरों का बसेरा माने जाने वाला अमेजन, जो अकेले ही विश्व को 20 प्रतिशत से अधिक ऑक्सीजन प्रदान करता है, आज वहां मौत का तांडव चल रहा है. समस्या की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अमेजन, रोडांनिया और साओ पाओलो में सूरज की रोशनी धरती तक नहीं पहुचं पा रही क्योंकि राख और धुएं से आसमान पर अंधेरा छा गया है. आंकडों की माने तो पाएंगें कि इस घटना से ब्राजील का 2700 किमी से अधिक का क्षेत्र प्रभावित हुआ है.

सिप्पू कुमार

पूरी दुनिया का फेफड़ा कहा जाने वाला अमेजन जंगल करीब 2 हफ्ते से भभक-भभक कर जल रहा है. सैंकड़ों जानवरों का बसेरा माने जाने वाला अमेजन, जो अकेले ही विश्व को 20 प्रतिशत से अधिक ऑक्सीजन प्रदान करता है, आज वहां मौत का तांडव चल रहा है. समस्या की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अमेजन, रोडांनिया और साओ पाओलो में सूरज की रोशनी धरती तक नहीं पहुचं पा रही क्योंकि राख और धुएं से आसमान पर अंधेरा छा गया है. आंकडों की माने तो पाएंगें कि इस घटना से ब्राजील का 2700 किमी से अधिक का क्षेत्र प्रभावित हुआ है.

विशेषज्ञों की माने तो अगर स्थिती पर नियंत्रण नहीं किया गया तो पूरे विश्व को इसके दुष्परिणाम भूगतने पड़ेंगें. विशेषज्ञों ने बताया कि अगर आग इसी तरह फैलती रही तो वातावरण पर बुरा प्रभाव पड़ेगा. जिससे कृषि, बागवानी समेत आम जन जीवन को भी भारी नुकसान होगा. बता दें कि इस समय पूरी दुनिया से लोग अपनी-अपनी सरकारों से इसे नियंत्रित करने की अपील कर रहे हैं.

क्यों लग रहा है जंगलों में बार-बार आगः

पिछले कुछ सालों पर गौर करें तो पाएंगें कि दुनियां के सभी जंगलों में आग लगने की घटनाएं बढ़ी है. इस बारे में वैज्ञानिकों की माने तो गंभीर तौर पर बढ़ते हुए प्रदुषण एवं धरती के तापमान के कारण आग लगने की घटनाएं बढ़ रही है.

सोशल मीडिया पर चला अमेजन बचाओ अभीयानः

ट्विटर समेत फेसबुक आदि सभी सोशल मीडिया पर विश्व के कोने-कोने से अमेजन के लिए प्रार्थना(#PrayforAmazona) एवं अमेजन बचाओ अभियान चल रहा है. इस घटना को लेकर विशेषकर युवाओ एवं बच्चों में खासी जागरूक्ता देखी जा रही है. युवा इस घटना को लेकर काफी चिंतित हैं.

Read more:

English Summary: lungs of earth amazon burning Published on: 22 August 2019, 06:02 PM IST

Like this article?

Hey! I am सिप्पू कुमार. Did you liked this article and have suggestions to improve this article? Mail me your suggestions and feedback.

Share your comments

हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें. कृषि से संबंधित देशभर की सभी लेटेस्ट ख़बरें मेल पर पढ़ने के लिए हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें.

Subscribe Newsletters

Latest feeds

More News