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Coronavirus in Kumbh: कोरोना वायरस का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है, जिसकी वजह से प्रशासन की नींद उड़ गई है. अलग-अलग राज्यों ने कोरोना की रोकथाम के लिए नियमों में कई सारे बदलाव किए हैं. इस बीच उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश में बाहर से आने वाले लोगों के लिए कोरोना की जांच कराना अनिवार्य कर दिया है.
इस दौरान अगर कोई संक्रमित पाया जाता है, तो उसे तुरंत आइसोलेट करने की योजना है, लेकिन अफसोस इन सभी नियमों का कोरोना पर कुछ खास असर नहीं पड़ रहा है. कोरोना का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है. इस बीच अब हरिद्वार में शाही स्नान से पूर्व कोरोना का बम फूटा है. आपको यह जानकर हैरानी होगी कि विगत रविवार को कोरोना के 400 से भी अधिक मामले सामने आए हैं, जिससे प्रशासन के होश फाख्ता हो चुके हैं. इतना ही नहीं, कोरोना वायरस की चपेट में कई साधू संत भी आ चुके हैं, जिसमें अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत गिरी समेत जूना अखाड़े के करमा गिरी समेत नितिन गिरी भी शामिल हैं.
वहीं, हरिद्वार में फूटे कोरोना के बम को देखते हुए अब मेले में शामिल सभी साधू संतों की कोरोना जांच शुरू हो चुकी है. अब प्रशासन को इनकी रिपोर्ट का इंतजार है, लेकिन फिलहाल इन सभी साधू संतों को एहतियातन आइसोलेट कर दिया गया है. शाही स्नान से पहले हरिद्वार में फूटे कोरोना बम को देखते हुए अब साधू संतों में हड़कंप मच चुका है. सभी साधू संत अब खौफ में आ चुके हैं. गंभीर होते हालातों का अंदाजा आप महज इसी से लगा सकते हैं कि किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा है कि क्या करें और क्या न करें.
यहां हम आपको बताते चले सोमवार और मंगलवार को शाही स्नान है. सभी साधू संत शाही स्नान की तैयारी मं जुटे हुए थे, लेकिन उससे पहले ही फूटे कोरोना बम से अब सभी लोग दहशत में आ चुके हैं. खैर, अब इस कोरोना बम के फूटने से आने वाले शाही स्नान पर क्या कुछ असर पड़ता है. यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा.
गौरतलब है कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर पहले से भी ज्यादा घातक बताई जा रही है. हर दिन कोरोना वायरस के बढ़ते मामले नए रिकॉर्ड बनाते जा रहे हैं. वहीं, राजधानी दिल्ली में संक्रमण के मामले 10 हजार के पार पहुंच चुके हैं, जिसको देखते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने साफ कर दिया है कि अगर अस्पतालों में कोविड पेसेंट की संख्या बढ़ी, तो फिर दिल्ली में लॉकडाउन लगाने पर विचार किया जा सकता है.
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