आजकल भारत के कुछ इलाकों में तापमान 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है. अगर यह कहर की इन दिनों देश भीषण गर्मी से जूझ रहा है तो इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी. ऐसे में अमेरिका में फायरफाइटर्स ने आएं दिन कारों में आग लगने की घटनाओं को रोकने के लिए एक अलर्ट जारी की है. जारी अलर्ट में कहा गया है कि पानी की बोतलों को कार में धूप से सामने रखने से बचें. क्योंकि, यह बड़े हादसे का वजह बन सकती हैं.
अगर आप सोच रहे हैं कि पानी की बोतल भला आग के लिए कैसे वजह हो सकती है. दरअसल, गर्मी के मौसम के दौरान यह मैग्नीफाइंग ग्लास की तरह काम करती हैं. जॉर्जिया में बैनब्रिज पब्लिक सेफ्टी ने हाल ही में अपने फेसबुक फॉलोअर्स को यह जानकारी दी है. वर्ष 2017 में ओक्लाहोमा में मिडवेस्ट फायर डिपार्टमेंट के साथ डेविड रिचर्डसन ने केएफओआर स्टेशन को बताया था कि जब किसी पानी से भरी बोतल से सूर्य की रोशनी गुजरती है, तो यह साधारण सी बोतल एक मैग्नीफाइंग ग्लास की तरह काम करती है.
मिडवेस्ट सिटी फायर डिपार्टमेंट में एक टेस्ट में बताया कि सूर्य की रोशनी पानी की बोतल से गुजरने पर बढ़ जाती है और 250 डिग्री तक पहुंच जाती है. डेविड रिचर्डसन के अनुसार, अतिरिक्त गर्मी कार की अंदर के मैटीरियल जैसे कपड़े की सीटें या मैट केन्द्रित होती है और संभावित रूप से उनमें आग लगा सकती है. इसी के मद्देनजर भारत के कुछ इलाकों में भीषण गर्मी को देखते हुए सरकार ने सोमवार को एक हेल्थ एडवाइजरी (स्वास्थ्य को लेकर सलाह ) जारी की है. इसमें लोगों को सलाह दी गई है कि वे ढीले, हल्के रंग के सूती कपड़े पहनने और घर के अंदर रहें. शराब, चाय और कॉफी इन सभी पेय पदार्थों का परहेज करें. स्वास्थ्य मंत्रालय (Ministry of Health ) द्वारा जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि हीटवेव स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव डाल सकता है.
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