हिमाचल प्रदेश के सोलन के परमार यूनिवर्सिटी ऑफ हॉर्टिकल्चर एंड फॉरेस्ट्री (Parmar University of Horticulture and Forestry, Solan, Himachal Pradesh में प्रोग्रेसिव एग्री लीडरशिप समिट 2021 (Progressive Agri Leadership Summit 2021) का आयोजन में किया गया. इस कार्यक्रम में मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला (Fisheries, Animal Husbandry and Dairying Minister Purushottam Rupala) उपस्थित थे. इस दौरान कुल 43 पुरस्कार व्यक्तियों के साथ-साथ विभिन्न श्रेणियों जैसे कृषि-पत्रकारिता (डिजिटल मीडिया), शिक्षा, प्रगतिशील किसान / गाँव, किसान उत्पादक संगठन आदि के तहत प्रदान किये गए. तो आइये जानते है कि मीडिया सेक्टर में कौन लोग अवार्ड विजेता के हक़दार बने.
Excellence in digital Media- Krishi Jagran
कृषि जागरण को कृषि पत्रकारिता पुरस्कार (जागरूकता और समाधान-उन्मुख) श्रेणी के तहत डिजिटल मीडिया में उत्कृष्टता में अपनी उत्कृष्ट और अग्रणी भूमिका के लिए एक पुरस्कार भी मिला. कृषि जागरण और कृषि विश्व के संस्थापक और प्रधान संपादक एमसी डोमिनिक ने केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला से पुरस्कार प्राप्त किया. इस अवसर पर कृषि जागरण की निदेशक शाइनी डोमिनिक भी मौजूद थे.
कृषि जागरण - पिछले 25 वर्षों से किसानों के कल्याण के लिए आक्रामक रूप से काम करने वाली संस्था
कृषि जागरण और एग्रीकल्चर वर्ल्ड के एडिटर-इन-चीफ और फाउंडर M.C Dominic ने 25 साल पहले इसकी स्थापना की थी. M.C Dominic का यह निरंतर प्रयास है कि आज कृषि जागरण भारत में अग्रणी कृषि मीडिया हाउस है.
कृषि जागरण के पास 12 भाषाओं (हिंदी, पंजाबी, गुजराती, मराठी, कन्नड़, तेलुगु, बंगाली, असमिया, ओडिया, तमिल, मलयालम और एग्रीकल्चर वर्ल्ड (अंग्रेज़ी) में पत्रिकाओं के साथ डिजिटल और प्रिंट मीडिया में एक मजबूत दर्शक वर्ग है. इसके अलावा इसमें हिंदी, अंग्रेजी, तमिल, पंजाबी, मलयालम, ओडिया सहित 12 क्षेत्रीय पोर्टल हैं.
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Excellence in Print Media- Sh. Vipin Saini (Director General) Sunrakshan Foundation, Faridabad
इसी श्रेणी में एक अन्य पुरस्कार सनरक्षण फाउंडेशन, फरीदाबाद के विपिन सैनी (महानिदेशक) को प्रिंट मीडिया में उत्कृष्टता के लिए दिया गया. विपिन सैनी नियामक मामलों के एक प्रशंसित विशेषज्ञ हैं, जिनके पास राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मानदंडों से संबंधित जैव विज्ञान और संबंधित नियामक पहलुओं के क्षेत्र में 30 से अधिक वर्षों का अनुभव है. वह संबंधित रसायनों/एग्रोकेमिकल्स के विनियमन सुधारों में माहिर हैं.
वह एक शिक्षाविद्, पर्यावरणविद्, विषविज्ञानी, डेटा विश्लेषक और मानवतावादी हैं, ज्ञान का प्रसार करने के लिए, किताबें लिखने और प्रकाशित करने के अपने जुनून का उल्लेख नहीं करने के लिए एक फैमिली ट्रस्ट "सूर्यक्षण फाउंडेशन" के संस्थापक ट्रस्टी, और वर्तमान में सीईओ-बायोलॉजिकल एग्री सॉल्यूशंस एसोसिएशन ऑफ इंडिया हैं.
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