एक तरफ पेट्रोल और डीजल के बढ़ता हुआ दाम लोगों के लिए परेशानियां बढ़ा रहा है, तो वहीँ इंडोनेशिया से आई एक ऐसी खबर जिसे सुनकर आम आदमी को लग सकता करारा झटका है.आपको बता दें कि इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने बीते कुछ दिन पहले पाम ऑयल के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है. जिससे उम्मीद जताई जा रही है कि अब जल्द ही भारत में खाने के तेलों (Edible Oil) के दामों में बढ़ोत्तरी हो सकती है, जो आम आदमी के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है.
पाम ऑयल निर्यात प्रतिबंध की वजह (Reason For Palm Oil Export Ban)
मिली जानकारी के अनुसार, इंडोनेशिया खाद्य तेल की कीमतों में भारी महंगाई की मार झेल रहा है. इसके चलते इंडोनेशिया सरकार ने घरेलू बाज़ार में बढ़ते दामों पर लगाम लगाने के लिए खाद्य तेल और उसके कच्चे माल के निर्यात परे प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया गया है.
इंडोनेशिया सरकार की तरफ से लिए गये इस फैसले से भारत को बड़ा झटका लग सकता है, क्योंकि भारत खाद्य तेल का सबसे बड़ा आयातक माना जाता है. भारत इंडोनेशिया से करीब 50 से 60 प्रतिशत खाद्य तेल का आयात करता है.
बता दें कि भारत में पाम ऑयल के दामों में 5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. इसके अलावा पाकिस्तान और बंगलदेश में भी पाम ऑयल के दामों में वृद्धि हुई है.
मिली जनकारी के अनुसार, जहाँ इंडोनेशिया आमतौर पर भारत के कुल पाम तेल आयात का लगभग आधा हिस्सा आपूर्ति करता है, वहीँ पाकिस्तान और बांग्लादेश अपने पाम तेल का लगभग 80% इंडोनेशिया से आयात करते हैं.
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इसी बीच पाकिस्तान एडिबल ऑयल रिफाइनर्स एसोसिएशन (पीईओआरए) के अध्यक्ष रशीद जानमोह ने कहा, "इंडोनेशियाई पाम तेल के नुकसान की भरपाई कोई नहीं कर सकता. इससे हर देश को नुकसान होगा."
कमोडिटीज कंसल्टेंसी एलएमसी इंटरनेशनल के चेयरमैन जेम्स फ्राई ने रॉयटर्स को बताया, "इंडोनेशिया के फैसले से न केवल पाम तेल की उपलब्धता प्रभावित होती है, बल्कि दुनिया भर में वनस्पति तेल भी प्रभावित होते हैं."
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