केन्द्रीय मंत्री किरन रिजिजू और केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा है कि भारत मंगोलिया के संबंधों को संस्कृतिक के स्तर पर और बेहतर बनाने के लिए भगवान बुद्ध के चार पवित्र अवशेष बुद्ध पूर्णिमा के मौके पर मंगोलिया भेजे जा रहे हैं. साथ ही इसके लिए 25 सदस्यों का एक प्रतिनिधिमंडल बनाया गया है जिसकी अध्यक्षता केन्द्रीय मंत्री किरन रिजिजू करेंगे.
25 सदस्यों का यह प्रनिधिमंडल चारों अवशेषों को भारत से मंगोलिया लेकर जाएगा. और वहां पर गंदन मठ के परिसर के बत्सागान मंदिर में प्रदर्शित करेगा. वर्त्तमान समय में बुद्ध के ये पवित्र अवशेष राष्ट्रीय संग्रहालय में रखे गए हैं, जिन्हें बिहार के कपिलवस्तु से 1898 में खोजा गया था.
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केन्द्रीय मंत्री किरन रिजिजू और केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी का बयान
केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू और केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा है कि, यह भारत-मंगोलिया संबंधों में एक और ऐतिहासिक मील का पत्थर साबित होगा. इससे दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और आध्यात्मिक संबंधों को और बढ़ावा मिलेगा. और साथ ही रिजिजू ने यह भी कहा, वर्ष 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले पीएम थे, जिन्होंने मंगोलिया की यात्रा की थी. अब अवशेषों को मंगोलिया ले जाना हमारे उसी कदम को आगे बढ़ाना है.
केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा, भगवान बुद्ध न केवल भारत में बल्कि पूरे विश्व में पूजे जाते हैं. सरकार भगवान बुद्ध के शांति और करुणा के संदेश को पूरी दुनिया में फैलाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है.और साथ ही बौद्ध स्थलों, स्थानों और बौद्ध केंद्रों को विकसित करने की परियोजनाओं पर काम हो रहा है.
विशेष विमान से भेजे जाएंगे अवशेष
भगवान बुद्ध के इन पवित्र अवशेषों को भारतीय सेना के विशेष विमान सी-17 ग्लोब मास्टर से मंगोलिया भेजा जायेगा. और साथ ही भारतीय प्रतिनिधिमंडल दो बुलेट प्रूफ केसिंग भी लेकर जायेगा. मंगोलिया ने इन पवित्र अवशेषों को राजकीय अतिथि का दर्जा दिया है. मंगोलिया के संस्कृति मंत्री द्वारा ये अवशेष प्राप्त किए जाएंगे. और यही नहीं मंगोलिया में उपलब्ध भगवान बुद्ध के अवशेष भी भारत के अवशेषों के साथ प्रदर्शित किए जाएंगे.
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