धान और मक्का जैसी प्रमुख खरीफ फसलों की रोपाई दक्षिण पश्चिम मानसून के बाद महाराष्ट्र और ओडिशा के हिस्सों में आगे बढ़ी है।कृषि मंत्रालय द्वारा जारी किए गए नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि 8 जून खरीफ फसलों का एकड़ के हिसाब से बुआई का आंकड़ा 84.61 लाख हेक्टेयर में पिछले साल के 85.81 लाख हेक्टेयर के मुकाबले मामूली रूप से कम है।एकड़ के हिसाब से मक्का कि बुआई पिछले साल के मुकाबले 3.45 लाख हेक्टेयर जमीन में 15 फीसदी अधिक हुई है।
धान बुवाई:-
धान के प्रत्यारोपण को मुख्य रूप से पूर्वी राज्यों जैसे मेघालय, नागालैंड, असम और अरुणाचल प्रदेश में भी बढाया गया है। उत्तराखंड, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में धान कि बुआई का क्षेत्र भी अधिक है। किसानों ने धान को लगभग 6.32 लाख हेक्टेयर पे लगाया है जो कि पिछले वर्ष इसी अवधि के मुकाबले लगभग 5 प्रतिशत से कम है।
दलहन के क्षेत्र की रिपोर्ट के अनुसार 1.87 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल मुख्य रूप से उत्तरा प्रदेश में दर्ज किया गयाहै। जबकि कर्नाटक और उत्तराखंड में जहां बुवाई अभी शुरु ही हुई है पिछले वर्ष की तुलना में पीछे है। आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और उत्तराखंड जैसे राज्यों ने पिछले साल के मुकाबले ज्यादा एकड़ जमीन में बुआई की है।जबकि बुआई की गति कर्नाटक में सुस्त है।
नकदी फसलों जैसे कपास और गन्ना एक अलग प्रवृत्ति दिखा रहे हैं गन्ना कि बुआई का एकड़ ऊपर गया है। जबकि पिछले वर्ष से 11.3 प्रतिशत कम है। कपास पर निचला क्षेत्र मुख्य रूप से पंजाब जहां एकड़ के हिंसाब से बुआई में गिरावट आई है जहां बुवाई 26 प्रतिशत ज्यादा गिरी है। साथ ही हरियाणा, राजस्थान जैसे क्षेत्रों में भी मामूली रूप से गिरावट आई है जबकि कर्नाटक में थो़ड़े हालात बेहतर है। उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, बिहार और आंध्र प्रदेश में कृषि क्षेत्र में 0.5 लाख हेक्टेयर में गन्ना बुआई के क्षेत्रफल में वृद्धि हुई है।
इस साल एकड़ के हिसाब से फसलों के क्षेत्रफल में हुई वृद्धी
ज्वार 0.86 एकड़
बाज़रा 0.20 एकड़
रागी 0.91 एकड़
छोटे बाजरा 0.73 एकड़
मक्का 3.00 एकड़
मोटे अनाज 5.70 एकड़
मूंगफली 0.51 एकड़
भानु प्रताप
कृषि जागरण
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