केरल और कर्नाटक में आए भयावह बाढ़ की वजह से देश के कॉफी उद्दोग को काफी नुकसान पहुंचा है. एक अनुमानीत आंकड़ों के अनुसार देश में कॉफी के उत्पादन में पिछले वर्ष के मुकाबले इस साल 20 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है. उत्पादन में कमी से इसके व्यापार में कई तरह की परेशानी आ सकती है. सबसे मुख्य परेशानी इसके दामों को लेकर हो सकती है, कॉफी के दाम इस वर्ष बढ़ सकते हैं. वहीं इस साल कॉफी के निर्यात में देरी से भी नुकासान उठाना पड़ सकता है.
कॉफी से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण और रोजक तथ्य
1. वर्ष 2017 में दुनिया की कॉफी का 7 प्रतिशत कॉफी भारत ने उत्पादन किया
2. अधिकतर कॉफी को हाथों के सहारे से ही तोड़ा जाता है लेकिन, यह इतना आसान नहीं है क्योकि इसमें सही वक्त पर सही फसल को तोड़ना होता है और उसकी पहचान थोड़ी मुश्किल है.
3. वित्तीय वर्ष 2017-18 में भारत ने लगभग 86 देशों को कॉफी निर्यात किया.
4. भारत दुनिया में कॉफी का पांचवां सबसे बड़ा निर्यातक और एशिया में तीसरा सबसे बड़ा निर्यातक है।
5. भारतीय कॉफी के 10 शिर्ष निर्यातक देश इटली, जर्मनी, बेल्जियम, साउदी अरब, स्पेन, कूवैत,लिबीया, ऑस्ट्रेलिया, स्लोवेनिया, जॉर्डन हैं.
6. केरल और कर्नाटक देश के कुल कॉफी उत्पादन में 90 प्रतिशत से अधिक योगदान करते हैं, इसके अलावा तमिल नाडु, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, और उत्तर पूर्वी राज्य हैं जहां कॉफी उत्पादन होता है.
7. वित्तीय वर्ष 2017-18 में भारत ने विदेशों में लगभग $648 मिलीयन का कॉफी या उससे बने उत्पादों को बेचा, जिसमें पिछले वित्तीय वर्ष के मुकाबले 16.3 प्रतिशत का उछाल हुआ.
8. भारत में उत्पादित कॉफी का 65-70% निर्यात किया जाता है.
9. ऐसा माना जाता है की भारत में कॉफी की खेती 1670 में शुरु हुई थी और उस वक्त इसकी सात बीज देश में छिपाकर लाई गयी थी.
बता दें की लगभग सौ वर्षों के बाद आई बाढ़ ने केरल में भारी तबाही मचाई है और इससे उबरने में अभी वक्त लगेगा.
जिम्मी (पत्रकार)
कृषि जागरण
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