देश में आए दिन पशुओं में वायरस का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है. पहले भारत में लंपी वायरस के कहर से हजारों-लाखों की संख्या में पशुओं की मौत हो रही थी, वहीं अब सूअर भी हजारों की संख्या में अफ्रीकन स्वाइन फीवर वायरस से मर रहे हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि देश में अभी तक लंपी वायरस को लेकर खतरा टला नहीं है, लेकिन पहले के मुकाबले गंभीर स्थिति भी नहीं रही है. लेकिन देखा जाए तो भविष्य में इस तरह के किसी भी वायरस से लड़ा जा सके इसके लिए राज्य सरकारों के साथ विशेषज्ञ भी लगातार काम कर रहे हैं. इस संदर्भ में सरकार ने अपना कार्य शुरू भी कर दिया है.
सरकार ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर (Government issued helpline number)
इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ की सरकार ने पशुओं के इलाज के लिए एक नई पहल शुरू की है. बता दें कि यह व्यवस्था एक दम आधुनिक है. दरअसल, इस नई सुविधा में सरकार ने पशुओं के इलाज के लिए एक हेल्पलाइन नंबर जारी करने के निर्देश दिए हैं. इसके लिए सरकार ने दुर्ग जिले में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में इसे सुचारु रूप से चलाने के लिए निर्देश दिए हैं. सराकर का कहना है कि इस संदर्भ में जल्द ही पशु चिकित्सकों की टीम का गठन किया जाएगा. जो कॉल के माध्यम से पशुओं से संबंधित सभी तरह की बीमारियों के इलाज करने में पशुपालक भाइयों की मदद करेगी. इसके अलावा इन कॉल की मदद से पशुओं में गंभीर बीमारी का पता चलने पर तुरंत मौके पर पहुंच सकेगी.
पशुओं के लिए हेल्पलाइन नंबर (Animal helpline number)
छत्तीसगढ़ सरकार की पशुओं के प्रति इतनी सुरक्षा को देखते हुए. इसके पड़ोसी राज्य भी अपने राज्य में पशुओं के लिए विभिन्न तरह की योजनाओं को शुरू कर लाभ पहुंचाने के कार्य में जुटे हैं. इसी कड़ी में बिहार सरकार ने भी पशुओं व पशुपालकों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिए हैं. सरकार ने यह सुविधा पशु स्वास्थ्य रक्षा कार्यक्रम के तहत शुरू की है.
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बता दें कि इसमें पशुओं को गो पॉक्स के टीके (cow pox vaccine) फ्री में लगाएं जाएंगे. इस टीके के लिए आपको बिहार पशुपालन निदेशालय (Bihar Directorate of Animal Husbandry) के द्वारा जारी किए गए हेल्पलाइन नंबर 0612-223-942 पर कॉल करना होगा. इसके अलावा आप इस नंबर के माध्यम से पशुओं से संबंधित कई अन्य जानकारी भी सरलता से प्राप्त कर सकते हैं.
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