वस्तु एवं सेवा कर यानी जीएसटी 1 जुलाई 2017 से देश में लागू होने जा रहा है। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी 30 जून की आधी रात को विधिवत जीएसटी लांच करेंगे। इस मौके पर उनके साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन के अलावा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और एचडी देवगौड़ा भी मंच भी मौजूद होंगे। यह जानकारी वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को एक प्रेस में दी।
जीएसटी एक ऐतिहासिक टैक्स रिफाॅर्म है जिसके लागू होने का इंतजार काफी समय से हो रहा है, लेकिन यह इंतजार अब शीघ्र ही समाप्त हो जाएगा। जीएसटी के लागू होते ही एक देश एक कर प्रणाली की अवधारणा का सपना काफी हद तक साकार हो जाएगा।
वित्त मंत्री ने बताया कि जीएसटी की लांचिंग के मौके पर 30 जून और 1 जुलाई की मध्यरात्रि को संसद के सेंट्र हाल में भव्य आयोजन की तैयारी की जा रही है। बताया जा रहा है कि सरकार की ओर से इस मौके पर संसद का विशेष सत्र बुलाने का भी प्रस्ताव है।
जीएसटी के तहत देशभर में लागू सभी तरह के टैक्स के बदले एकल प्रणाली का प्रावधान किया गया है, जिसे क्रमशः चार भागों में बांटा गया हैः
- सीजीएसटी यानी सेंट्रल जीएसटीरू इसे केंद्र सरकार वसूलेगी।
- एसजीएसटी यानी स्टेट जीएसटीरू इसे राज्य सरकार वसूलेगी।
- आईजीएसटी यानी इंटिग्रेटेड जीएसटीरू अगर कोई कारोबार दो राज्यों के बीच होगा तो उस पर यह टैक्स लगेगा। इसे केंद्र सरकार वसूलकर दोनों राज्यों में बराबर बांट देगी।
- यूनियन टेरेटरी जीएसटीरू यूनियन गवर्नमेंट द्वारा एडिमिनिस्ट्रेट किए जाने वाले गुड्सए सर्विस या दोनों
राज्यों में बराबर बांट देगी।
Share your comments