उत्तर प्रदेश में कृषि यंत्रों के लिए सरकार से मिलने वाला अनुदान अब 45 दिन के भीतर ही मिल सकेगा. सूबे के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने एक प्रेसवार्ता में जानकारी दी कि प्रक्रिया में बदलाव करते हुए पहले 75 दिन के अंदर मिलने वाला अनुदान अब जल्द मिल सकेगा. शाही ने कहा कि इस अनुदान का निर्णय जिलाधिकारी के निर्देशन में गठित कमेटी के दौरान लिया जाएगा.
कृषि मंत्री के मुताबिक यंत्रों के पोर्टल पर कृषकों के भारी संख्या में आवेदन के मद्देनज़र सरकार ने ये फैसला लिया है. अधिकतर किसानों ने लगभग सभी यंत्रों के लिए आवेदन किया है. यही नहीं हस्तचालित कृषि यंत्रों के लिए अनुदान अब तीन साल बाद दोबारा आवेदन करने के पश्चात फिर से प्राप्त किया जा सकेगा. शाही के अनुसार 10 हजार सोलर पंपों की स्थापना व रबी फसलों के लिए 48.12 लाख टन बीज वितरित किये जाएंगें.
बतातें चलें कि आधुनिक दौर में जब हम व्यावसायिक खेती की बात करते हैं तो कृषि उपकरणों की आवश्यकता अधिक होती है. क्योंकि समय की बचत किसानों के लिए बहुत जरूरी है. जिसके चलते न केवल उनका परिश्रम बचता है साथ ही लागत में कमी आती है. जब बात खेती में श्रमिकों की आती है तो समय से न मिलने पर किसानों को काफी दिक्क्तों का सामना करना पड़ता है जिसके कारण उचित समय पर फसल की बुवाई न होने पर खेती तो खराब होती है साथ ही कृषकों का बहुमूल्य समय खराब होता है. ऐसे में जरूरी है कि सरकार को भी किसानों के लिए सहूलियत देनी चाहिए ताकि उनके परिश्रम व धन की हानि न हो. आज कल स्प्रिंकलर,रीपर,बाइंडर,टिलर आदि आधुनिक यंत्रों के द्वारा किसानों को काफी आसानी से खेती करना संभव हो रहा है. जिसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने भी किसानों के लिए कृषि उपकरणों पर मिलने वाले अनुदान की समयसीमा और कम की है.
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