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Agriculture Growth: सेटेलाईट से सरकार किसानों पर रखेगी नजर, फसलों का अब होगा सही ब्यौरा

उत्तर प्रदेश में खेती-किसानी की सही जानकारी एकत्रित करने के लिए सरकार अब सेटेलाइट मैपिंग की तकनीक को अपनाने जा रही है. राज्य सरकार ने यह तरीका कर्नाटक मॉडल से लिया है.

लोकेश निरवाल
खेतों की होगी सेटेलाईट से मैपिंग
खेतों की होगी सेटेलाईट से मैपिंग

हमारे देश में कई लोग खेती-बाड़ी से जुड़े कार्य (farm work) करते हैं. देखा जाए तो देश में अर्थव्यवस्था से लेकर किसानों की आमदनी बढ़ाने का भी सबसे अच्छा स्त्रोत खेती को ही माना जाता है. इसी सिलसिले में देश की सभी राज्य सरकारें अपने-अपने स्तर पर किसानों की खेती का हिसाब किताब रखते हैं. 

इसके अलावा सरकार कई तरह के अन्य कार्य भी करती हैं. जैसे कि राज्य में आने वाले समय में खाद्यान्न की सकंट तो नहीं होगा आदि. लेकिन देखा जाए तो यह हिसाब किताब ज्यादातर राज्यों में अनुमान के आधार पर किया जाता है. इसके लिए वह अभी तक कोई खास तकनीक नहीं अपना रहे हैं. लेकिन कुछ राज्य इसके लिए आज की नई तकनीकों का इस्तेमाल करके अपने काम को आसान बना रहे हैं. बता दें कि यह तकनीक सेटेलाइट है, जो पहले कर्नाटक में शुरू हुई और अब इसे उत्तर प्रदेश सरकार भी अपनाने जा रहा है. खेती पर सेटेलाइट (satellite on farming) से निगरानी करने को हम कर्नाटक मॉडल भी कह सकते हैं.

UP में शुरू होगी सैटेलाइट तकनीक (Satellite technology will start in UP)

उत्तर प्रदेश के अधिकतर हिस्से में खेती की जाती है. लेकिन देखा जाए तो इसका सरकार के पास कोई सही आंकड़ा नहीं है, जिसके मुताबिक, यह कहा जाए कि राज्य में किस किसान के पास कितनी खेती-बाड़ी की जमीन है और वे वहां पर कौन-कौन सी फसलों को उगाता है. 

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सेटेलाइट से खेत की मैपिंग (Field mapping from satellite) की जाएगी और इसी के आधार पर कृषि विभाग के पास उनकी सभी जानकारी मौजूद होंगी. प्रदेश में जिलेवार, ब्लॉक वार, गांव स्तर में किसानों के पास कितने एकड़ खेत व कौन-सी फसलों का वह उत्पादन कर रहे हैं. इन सब जानकारी के लिए अब विभाग को किसी के ऊपर निर्भर नहीं रहना होगा.

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सरकार ने सेटेलाइट मैपिंग की दी मंजूरी (Government approved satellite mapping)

सेटेलाइट मैपिंग (satellite mapping) के लिए उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने अपनी मंजूरी दे दी है. जैसे सेटेलाइट की मदद के कई अन्य कामों पर भी नजरें अधिकारियों के द्वारा रखी जाती हैं. ठीक उसी प्रकार से अब कृषि विभाग व राजस्व विभाग के अधिकारियों की मदद से किसानों के खेतों पर नजरें रखी जाएंगी. इसी डाटा के आधार पर सरकार अब राज्य में खाद, रसायन, बीज और अन्य कई खेती संबंधी चीजों को किसानों को उपलब्ध करवाएंगी. इसी मदद से किसानों को सही समय पर अब फसलों के चयन की सटीक जानकारी भी सरलता से मिलेगी. 

English Summary: Government will now keep an eye on farmers through satellite, accurate details of crops Published on: 04 January 2023, 12:05 PM IST

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