देशभर में कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन के बीच एक ख़ास खबर सामने आई है. यह खबर कपास का उत्पादन करने वाले किसानों के लिए है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो केंद्र सरकार ने किसानों को आनुवंशिक रूप से संवर्धित (GM) बीटी कपास के बीजों के अधिकतम बिक्री मूल्य को अगले वित्तीय वर्ष यानी 2020-21 के लिए 730 रुपए प्रति पैकेट पर स्थिर कर दिया है.
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (NARENDRA SINGH TOMAR) ने मार्च की शुरुआत में ही संसद को इस बात की जानकारी दे दी थी कि केंद्र सरकार बीटी कपास (BT cotton) के लिए किसानों से वसूले जाने वाले ट्रेट वैल्यू को खत्म करने की योजना पर काम कर रही है. इससे किसानों को सस्ती कीमत पर बीज उपलब्ध हो सकेंगे.
वहीं इसके साथ ही केंद्र सरकार (Central Government) ने बीज प्रौद्योगिकी को उपलब्ध कराने वाली कंपनी मोन्सेंटो को दी जाने वाली रॉयल्टी को बंद कर दिया है. आपको बता दें कि मोन्सेंटो कंपनी एक अमेरिकी कंपनी है.
Bayer ने 2018 में मोनसेंटो का किया अधिग्रहण
प्रमुख वैश्विक कृषि कंपनी बायर ने दो साल पहले ही यानी जून 2018 में मोनसेंटो का अधिग्रहण किया था. लगभग 63 अरब डॉलर में मोनसेंटो (Monsanto) के अधिग्रहण का सौदा कृषि कंपनी द्वारा पूरा किया गया था. आपको बता दें कि मोन्सेंटो को दी जाने वाली ट्रेट वैल्यू या रॉयल्टी को खत्म किए जाने पर कंपनी ने निराशा जताई है.
450 ग्राम के पैकेट के लिए 730 रुपए तय
आपको बता दें कि सरकारी अधिसूचना के मुताबिक साल 2020-21 के लिए बोल्गार्ड-II यानी बीजी-II (Bollgard II) कपास के बीज का अधिकतम बिक्री मूल्य 450 ग्राम के पैकेट के लिए 730 रुपए तय किया गया है. इस तरह बीज का मूल्य जहां 730 रुपए रखा गया, वहीं ट्रेट वैल्यू कुछ भी नहीं रखी गई है.
मौजूदा वित्त वर्ष में शामिल है 20 रुपए की ट्रेट वैल्यू
अब अगर मौजूदा वित्त वर्ष की बात करें तो यह दर 730 रुपए प्रति पैकेट है और इसमें ट्रेट वैल्यू को जोड़ा भी गया है. यह ट्रेट वैल्यू 20 रुपए है.
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