जब कोई बच्चा पैदा होता है उसके माँ-बाप 1 साल का होते ही कोशिश करते हैं कि उनका बच्चा बोलने लगे और दुनिया के तौर तरीको को सीखे.आजकल तो बच्चे के हाथ में सबसे पहले फ़ोन आ जाता है जिस पर वो सबसे पहले गूगल के साथ ही शुरुआत करता है. कुछ नया सीखने की कोशिश करता है. इसलिए बचपन से ही गूगल उस बच्चे का साथी बन जाता है. आज न जाने विश्व में कितने ऐसे बच्चे हैं जिनका साथी गूगल रहा है. दूसरे बच्चो के साथ आज गूगल भी बड़ा हो गया. यानी आज गूगल अपना 20 वा जन्मदिन मन रहा है. गूगल दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन आज अपना 20वां जन्मदिन मना रहा है. महान हस्तियों के बर्थ-डे पर डूडल बनाने वाले गूगग ने अपने जन्मदिन के मौके पर डूडल बनाया है. गूगल ने इस डूडल में 1.37 मिनट का वीडियो अपलोड किया है. डूडल वीडियो में गूगल के अबतक के इतिहास को दिखाया गया है. इन सालों में गूगल ने करोड़ों यूर्जस के मिलने वाले प्यार के लिए दुनिया की कई भाषाओं में उन्हें थैंक्यू कहा है. पिछले दो दशकों में सर्च इंजन गूगल ने एक लंबा सफर तय किया है. गूगल पूरी दुनिया के लिए नॉलेज का सबसे बड़ा सोर्स बन गया है. इंसान सुबह उठकर कैसे अपने दिन की शुरुआत करें से लेकर दुनिया से जुडी हर एक चीज के विषय में गूगल नॉलेज का बेहतरीन सोर्स बना है. गूगल हमारी रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बन गया. इंटरनेट पर कुछ लोग इसे अपना दोस्त मानते हैं तो कुछ इसे अपना टीचर कहने से भी नहीं चूकते.
आज गूगल अपना 20 वा जन्मदिन मन रहा है यानी अब बच्चा बड़ा हो चुका है. गूगल का यह डूडल बहुत ही अनोखे तरीके से बनाया गया है. डूडल की इस विडियो में दिखाया गया है कि गूगल कई भाषाओं में आता है कि सौर ग्रहण कब होता है? एक कपल टीवी देख रहा होता है, पीछे से सवाल आता है कि वॉट हैपेन ऑन Y2K यानी Y2K के दिन क्या हुआ था. इसी तरह गूगल-डूडल के वीडियो में अलग-अलग भाषाओं में अलग-अलग विषयों से जुड़े सवाल पूछे जाते हैं. इसके बाद एक सवाल आता है नाचूं कैसे.
इसमें दो भारतीय कपल को डांस करते हुए दिखाया गया है. Is pluto still a planet यानी प्लूटो अभी भी ग्रह है? अन्य भाषाओं में भी कई सवाल पूछते हुए दिखाया गया है. गूगल ने ट्रांसलेशन, उच्चारण, GIF, सेल्फी, फोटो को भी डूडल वीडियो में एड किया है. वीडियो के अंत में गूगल ने दुनिया की कई भाषाओं में धन्यवाद किया है.
4 सितंबर 1998 को इंजीनियर लैरी पेज और सर्गे ब्रिन ने जानकारियों को एक जगह समेटने के लिए एक प्रोजेक्ट शुरू किया. इसी प्रोजेक्ट की मदद से इन्होंने आगे जाकर बुलंदियों को छुआ. आज गूगल के पास हर दिन लाखों सवाल आते हैं. आपको बता दें कि शुरू में Google को इसके निर्माताओं ने Back Rub का नाम दिया था. Google की शुरुआत एक सर्च इंजन के रूप में हुई. Google का नाम googol से लिया गया है जो कि एक बहुत बड़ी इकाई है. 1997 में लोगों के सामने Google.com के रूप में लाया गया. Google को एक कंपनी के रूप में सन 1997 में स्थापित किया गया.
इंटरनेट पर किए जाने वाले 90 प्रतिशत सर्च गूगल पर ही होते है, और क़रीब 60 प्रतिशत ऑनलाइन विज्ञापन भी यहीं से आता है. हर किसी को पर्सनल फ़ीलींग देने की कोशिश और लगातार कुछ नया करने की कोशिश ने गूगल को इस मुकाम पर पहुंचाने में मदद की है. गूगल ने विश्व के देशों में रहने वाली जनसँख्या का काम काफी आसान किया है. आज गूगल हमारी जिंदगी में गूगल हमारे परिवार के सदस्य जैसा हो गया है. जिसको कोई भी अपने से दूर नही करना चाहता है. कृषि जागरण परिवार गूगल के इस शानदार सफ़र की शुभकामनाए देता है.
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