जो किसान महंगे बीज खरीदने में सक्षम नहीं हैं उन किसानों सहूलियत के लिए हरियाणा सरकार (Haryana Government) ने गेहूं की एचडी-2967 किस्म के प्रमाणित बीज पर सब्सिडी की समय सीमा को रबी मार्केटिंग सीजन 2021-22 तक बढ़ाने का फैसला लिया है.
दरअसल, हरियाणा सरकार द्वारा अलग-अलग योजनाओं के तहत सरकारी एजेंसियों द्वारा बेचे जाने वाले गेहूं के प्रमाणित बीजों पर किसानों को हर हर साल सब्सिडी दिया जाता है. यह सब्सिडी गेहूं (Wheat) की उन्हीं किस्मों पर दिया जाता है जिन्हें विकसित हुए 10 वर्ष से कम हुए हों.
गेहूं की एचडी-2967 किस्म पर किसानों को मिलेगी सब्सिडी (Farmers will get subsidy on HD-2967 variety of wheat)
गौरतलब है कि गेहूं की एचडी-2967 किस्म (HD-2967 variety of Wheat) को अक्टूबर, 2011 में नोटिफाई किया गया था. इसकी सब्सिडी की समय सीमा अक्तूबर, 2021 में खत्म हो जाएगी.
सरकार द्वारा इस किस्म की अच्छी पैदावार के मद्देनजर इसके प्रमाणित बीज पर सब्सिडी के समय को रबी सीजन 2021-22 तक के लिए बढ़ा दिया गया है. आपकी जानकारी के लिए बता दें, कि गेहूं पर 500 रुपये क्विंटल की सब्सिडी मिलती है.
गेहूं की एचडी-2967 प्रजाति में लगता है रतुए का रोग (Rheumatoid disease occurs in HD-2967 species of wheat)
दरअसल गेहूं की एचडी-2967 किस्म को पीले रतुए के रोग के प्रति अति संवेदनशील पाया गया है. इस रोग के मुख्य लक्षण पत्तों की सतह पर पीले रंग की धारियां दिखाई देना, पाउडरनुमा पीला पदार्थ पत्तों पर होना, शुरू में इस रोग से ग्रस्त खेत में कहीं-कहीं गोलाकार दायरों का दिखना तथा तापमान बढ़ने पर पीली धारियों के नीचे की सतह पर काले रंग में बदलाव आना शामिल है.
हरियाणा दूसरा सबसे बड़ा गेहूं उत्पादक राज्य (Haryana second largest wheat producing state)
आपकी जानकारी के लिए बता दें, कि हरियाणा देश के प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्यों में शामिल है. इस राज्य में देश का तकरीबन 13.20 फीसदी गेहूं पैदा होता है. छोटा राज्य होने के बाद भी प्रति हेक्टेयर सबसे ज्यादा पैदावार के मामले में हरियाणा दूसरे नंबर पर हैं.
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