यूरोपीयन देशों में ड़िमांड़ बढ़ने से जून में भारतवर्ष मे सोयाखली और उससे बने उत्पादों का निर्यात करीब 22.5 फीसदी से लंबी छलांग लगाते हुए 1.36 लाख टन पर पहुंच गया। जब की 2017 जून में निर्यात 1.11 लाख टन पर सीमीत रहा था। इसलिए सोयाखली उगाना किसानों के लिए फायदे का सौदा साबित हो सकता है। और एमएसपी में ड़ेढ़ गुना वृद्धी से किसानों से सोने पे सुहागा वाली बात है।
भानु प्रताप
कृषि जागरण
Share your comments