1. Home
  2. ख़बरें

जैविक खेती ही किसान समृद्धि का मार्ग

राजस्थान पशुपालन कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष एवं राज्य मन्त्री गोवर्धन राईका ने झीगर बडी गांव में स्थित राष्ट्रपति अवार्ड विजेता महिला किसान संतोष पचार के खेत का अवलोकन किया एवं उनके द्वारा अपनाये जाने वाले नवचारों को देखा। यहां उलेखनीय है कि हाल ही मे संतोष पचार को गाजर मे नवाचार के लिए 15 दिनो तक राष्ट्रपति भवन मे किसान वैज्ञानिक के रूप मे रहने का अवसर मिला एवं राष्ट्रपति से दूसरी बार सम्मान मिला।

राजस्थान पशुपालन कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष एवं राज्य मन्त्री गोवर्धन राईका ने झीगर बडी गांव में स्थित राष्ट्रपति अवार्ड विजेता महिला किसान संतोष पचार के खेत का अवलोकन किया एवं उनके द्वारा अपनाये जाने वाले नवचारों को देखा। यहां उलेखनीय है कि हाल ही मे संतोष पचार को गाजर मे नवाचार के लिए 15 दिनो तक राष्ट्रपति भवन मे किसान वैज्ञानिक के रूप मे रहने का अवसर मिला एवं राष्ट्रपति से दूसरी बार सम्मान मिला। श्री राईका ने संतोष पचार की इस उपलब्धि को राजस्थान मे गौरवपूर्ण घटना बताया ओर उन्होने संतोष पचार को आषीर्वाद दिया । उन्होने कहा कि कृषि के साथ साथ पशुपालन एवं टिकाउ खेती ही आर्थिक उन्नति का मार्ग प्रषस्त करती है। इस अवसर पर भरतिया कृषि विज्ञान केन्द्र फतेहपुर के कार्यक्रम समन्वयक डा.जुनैद अख्तर व सस्य वैज्ञानिक डॉ लालाराम ने भी संतोष पचार की उपलब्धियों में केवीके के सहयोग ओर अन्य गतिविधियों के बारे मे मंत्रीजी को अवगत कराते हुये अन्य किसानों को भी संतोष पचार के पदचिन्हों पर चलने को कहा। केवीके द्वारा राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त करने व कृषि प्रदर्षनी की मंत्री महोदय ने सराहना की।

संतोष पचार के कृषि जीवन पर दूरदर्शन की बनेगी फिल्म -

इस अवसर पर दूरदर्शन जयपुर के कृषि दर्शन कार्यक्रम की टीम भी पहुंची ।दूरदर्शन  कार्यक्रम प्रस्तुतकर्ता वीरेन्द्र परिहार ने बताया कि संतोष पचार द्वारा अपनाये जा रहे नवाचारो एवं उपलब्धियो तथा केवीके द्वारा नवाचारो को बढावा देने पर दूरदर्शन द्वारा एक विशेष फिल्म का निर्माण किया जा रहा है। जिसकी शूटिंग के लिए दूरदर्शन टीम झीगर बडी पहुँच गई है जिसमे वरिष्ठ कैमरामैन वी.एम.राजशेखर इंजीनियर पंकज जांगिड तथा बाबूलाल शर्मा भाग ले रहे है। इस फिल्म का प्रसारण अप्रैल के द्वितीय सप्ताह मे डीडी राजस्थान व डीडी किसान चैनल पर किया जायेगा। इस अवसर पर क्षेत्र के अन्य कृषक श्री वीरेन्द्र उंकार, मास्टर रिछपाल फौजी, भूराराम पचार, रामलाल रायका, गोपाल सिंह खीचड, घासीराम खीचड, सुखदेव सिंह खीचड, महेश पचार, झाबरमल पचार, कृषक महिला सुमित्रा, संतोष , शुभिता, जडाव देवी व सरिता देवी ने भी भाग लिया। तथा अन्त में डॉ लालाराम ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया किया।

English Summary: Farming of organic farming is the only way of prosperity Published on: 27 August 2017, 03:22 AM IST

Like this article?

Hey! I am . Did you liked this article and have suggestions to improve this article? Mail me your suggestions and feedback.

Share your comments

हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें. कृषि से संबंधित देशभर की सभी लेटेस्ट ख़बरें मेल पर पढ़ने के लिए हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें.

Subscribe Newsletters

Latest feeds

More News