राजस्थान से एक ऐसी खबर सामने आई है जो किसानों के दुख को बयां करने के लिए काफी है. राज्य के कुछ इलाकों के लहसुन की खेती करने वाले किसान इतना परेशान हो गए हैं कि अपने हाथों से अपने पैदावार को नदी में बहाने पर मजबूर हो गए हैं. जरा सोचिए, इतनी मेहनत से लहसुन की खेती करने के बाद किसान भला क्यों अपने खेतों से निकले लहसुन को बहा रहे हैं.
दरअसल, राज्य के बारां जिले के बोहत कस्बे सहित आसपास के गांवों के लहसुन फसल उत्पादक किसान लहसुन का सही दाम नहीं मिलने से बेहद परेशान हैं. यही वजह है कि वो अपने लहसुन को मंडी लें जाने की बजाय उसे नदी में बहा देना उचित समझ रहे हैं. मीडिया में जारी एक वीडियो में तो एक किसान ट्राली भरकर लहसुन को नदी में बहाते नजर आ रहा है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्थानीय लहसुन उत्पादक किसानों की मानें तो बीते कई सालों से वहां लहसुन की खेती हो रही हैं लेकिन इस बार जो स्थिति लहसुन के रेट कम होने से हो रही है, ऐसी स्थिति पहले कभी देखने को नहीं मिली.
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स्थानिय किसानों का कहना है लहसुन की खेती करने में प्रति बीघा उन्हें कुल 25 से 30 हजार रुपये का खर्च आ जाता है. लेकिन इसे मंडी में बेचने जाओ तो इसकी कीमत बस 1 रूपये से लेकर 11 रुपये किलो मिल रही है.
इससे मुनाफा तो छोड़िए खेती में लगे पैसे का आधा भी नहीं निकल पायेगा. यही नहीं किसानों का कहना है कि इससे लहसुन को मंडी तक लें जाने का खर्च भी नहीं निकल पा रहा है. इसलिए हम इसे नदी में बहा दे रहे हैं.
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