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खेती-बाड़ी की कुछ ज़मीन नमी खत्म होने से सूखी पड़ जाती है. ऐसी ज़मीन को बंजर कहा जाता है. कई किसानों की ज़मीन के लिए जलस्रोत उपलब्ध नहीं होते हैं. इसी वजह से उनकी ज़मीन बंजर पड़ जाती है, लेकिन अब किसानों के लिए बंजर ज़मीन भी वरदान बन सकती है. दरअसल, हरियाणा सरकार ने किसानों के लिए एक ऐसा रास्ता निकाला है, जिससे बंजर ज़मीन या फिर कम उपजाऊ भूमि से अच्छी कमाई हो सके. किसान बिजली के 33 केवी सब स्टेशनों के पांच किलोमीटर के दायरे में बंजर जमीन पर प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महा अभियान योजना (कुसुम) के तहत सौर उर्जा प्लांट लगाकर बिजली उत्पादन कर सकते हैं.
आवेदन करने की आखिरी तारीख
ज़रूरी बात है कि जो किसान इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, वो किसान बिजली निगम के वेबपोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. इतना ही नहीं, अगर कोई किसान सोलर प्लांट नहीं लगाना चाहते हैं, लेकिन अपनी ज़मीन को लीज़ पर देना चाहते हैं, वो किसान भी 30 जनवरी तक आवेदन कर सकते हैं. ध्यान दें कि जो किसान पंचायत, संगठन, डेवलेपर और अन्य निवेशक अपनी भूमि या लीज़ पर भूमि लेकर सोलर प्लांट लगाना चाहते हैं, वो आने वाली 10 फरवरी तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. आपको बता दें कि सरकार की इस योजना से बंजर भूमि को उपयोगी बनाया जा सकता है, साथ ही किसान आर्थिक रूप से सक्षम हो पाएंगे. इसके अलावा बड़े स्तर पर सौर ऊर्जा से बिजली का उत्पादन हो पाएगा.
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खास बात है कि उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम और दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम ने किसानों को आमंत्रित किया है कि किसान बड़ी तादाद में ऑनलाइन आवेदन करें. बता दें कि इस योजना को केंद्र सरकार ने पिछले साल ही चलाया था. इसके तहत 500 किलोवाट से लेकर 2 मेगावाट के सोलर और अन्य नवीकरणीय ऊर्जा के प्लांट लगा सकते हैं. ध्यान दें कि एक मेगावॉट क्षमता वाला सौर उर्जा प्लांट लगाने के लिए चार एकड़ भूमि होना अनिवार्य है.
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